(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Indian Economy: IMF के मुताबिक, 2027-28 में जापान को पीछे छोड़ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी होगी भारतीय अर्थव्यवस्था
India Growth Rate: आईएमएफ के मुताबिक 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था जर्मनी के बराबर दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी.
Indian 3rd Largest Economy: आर्थिक रूप विकसित दुनिया के बड़े देशों की अर्थव्यस्थाओं पर रूस यूक्रेन युद्ध, महंगाई में इजाफे के कारण संकट के बादल छाये हुए हैं. इन देशों पर मंदी आने का खतरा मंडरा रहा है. पर भारत को दुनिया का चमकता सितारा बताया जा रहा है. आईएमएफ ने जब दुनिया के कई देशों के विकास दर के अनुमान (Economic Growth Rate Projection) को घटा दिया है पर उसका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) इन सभी चुनौतियों के बावजूद 6.8 फीसदी के दर से मौजूदा वित्त वर्ष में विकास करेगी जो अमेरिका चीन के मुकाबले कहीं ज्यादा है. इसी विकास की रफ्तार के चलते आईएमएफ का मानना है कि 2027-28 में भारत, जापान (Japan) को पीछे छोड़ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ( Third Largest Economy) बन जाएगा.
आईएमएफ के मुताबिक 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था जर्मनी के बराबर दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. 2026-27 में भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज बढ़कर 4.94 ट्रिलियन डॉलर का हो जाएगा. और उसके बाद के वर्ष 2027- 28 में भारतीय अर्थव्यवस्था जापान के 5.17 ट्रिलियन डॉलर के मुकाबले बढ़कर 5.36 ट्रिलियन डॉलर की होगी.
2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 3.18 ट्रिलियन डॉलर का रहा था. जबकि 2021 में यूके (United Kingdom) की अर्थव्यवस्था का आकार 3.19 ट्रिलियन डॉलर था. भारत में अप्रैल से मार्च की अवधि को वित्त वर्ष माना जाता है. जबकि यूके में कैलेंडर वर्ष को ही वित्त वर्ष माना जाता है. हाल ही में यूनाइटेड किंग्डम को पीछे छोड़ भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब रही. हालांकि ये डाटा तिमाही आंकड़ों के आधार पर तैयार किए थे. आईएमएफ का मानना है कि 2022-23 वित्त वर्ष के खत्म होने पर भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 3.47 ट्रिलियन डॉलर का होगा तो यूके का 3.2 ट्रिलियन डॉलर का होगा.
2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 4.55 ट्रिलियन डॉलर का होगा. जो जर्मनी (Germany) के बराबर रह सकता है. 2021-22 में जर्मनी की अर्थव्यवस्था भारत से एक ट्रिलियन डॉलर ज्यादा बड़ी थी. लेकिन 4 वर्षों में भारत जर्मनी को भी पीछे छोड़ चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब रहेगा.
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