भारतीय कंपनियों के लिए निवेश के लिहाज से अगस्त का महीना शानदार साबित हुआ है. महीने के दौरान भारतीय कंपनियों को रिकॉर्ड निवेश मिले. एक ताजी रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अगस्त में भारतीय कंपनियों को 67 सौदों में 5.2 बिलियन डॉलर के निवेश मिले. निवेश जुटाने के मामले में अडानी समूह की कंपनियां भी अगस्त में पहली कतार में शामिल रहीं.
साल भर पहले से डबल हुई वैल्यू
आईवीसीए-ईवाय की मंथली पीई/वीसी रिपोर्ट (IVCA-EY monthly PE/VC report) के अनुसार, अगस्त महीने के दौरान भारतीय कंपनियों में आया निवेश एक महीने पहले यानी जुलाई 2023 की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा रहा. साल भर पहले से तुलना करें तो निवेश का आंकड़ा डबल से भी ज्यादा हो गया. निवेश का यह आंकड़ा साल भर पहले की तुलना में 127 फीसदी ज्यादा रहा.
सौदों की संख्या में आई इतनी कमी
रिपोर्ट के अनुसार, वैल्यू के हिसाब से अगस्त महीने में निवेश साल भर पहले की तुलना में डबल से भी ज्यादा भले ही हो गया हो, सौदों की संख्या में इस दौरान गिरावट आई है. साल भर पहले की तुलना में अगस्त 2023 में 27 फीसदी कम सौदे हुए. इस दौरान हुए कुल 67 सौदों में 37 सौदे एक्जिट के रहे, जिनकी वैल्यू 4.3 बिलियन डॉलर रही. एक्जिट सौदे में से आधे ओपन मार्केट सेल के जरिए पूरे हुए.
अडानी पावर ने इंफ्रा को बनाया टॉप
सेक्टर वाइज देखें तो अगस्त 2023 में सबसे ऊपर इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर रहा. यह अडानी समूह की अडानी पावर लिमिटेड (Adani Power Limited) को जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners Inc) से मिले बड़े निवेश के कारण सबसे ऊपर रहा. कुल मिलाकर इंफ्रास्ट्रक्चर में अगस्त महीने के दौरान 6 सौदे हुए, जिनकी वैल्यू 1.8 बिलियन डॉलर रही.
स्टार्टअप का फंडिंग विंटर बरकरार
स्टार्टअप के मामले में फंडिंग विंटर का दौर जारी रहा. वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट में नरमी का दौर बरकरार रहा. ऐसी आशंका है कि जुलाई से सितंबर 2023 के तीन महीनों के दौरान वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट पिछली 8 तिमाहियों में सबसे कम रह सकता है. इस साल की शुरुआत से अब तक का देखें तो भारत में वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट में 69 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं वैश्विक स्तर पर वीसी इन्वेस्टमेंट साल के पहले छह महीनों में 51 फीसदी कम हुआ है.
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