Crude Oil Price: सऊदी अरब ने फरवरी महीने के लिए कच्चे तेल के दामों में बड़ी कटौती कर दी है. भारत की सरकारी तेल रिफाइरी कंपनियां सऊदी अरब से ज्यादा मात्रा में कच्चा तेल आयात करने पर विचार कर रही है. सऊदी अरब ने फरवरी महीने के लिए अपने एक्सपोर्ट ग्रेड के कच्चे तेल की कीमतों को 27 महीने के निचले लेवल तक घटा दिया है. भारतीय तेल कंपनियां इस अवसर का फायदा उठाना चाहती हैं.
रॉयटर्स के रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और भारत पेट्रोलियम फरवरी महीने में सऊदी अरामको से एक मिलियन बैरल अतिरिक्त कच्चा तेल खरीदना चाहती हैं. सऊदी अरामको एशियाई देशों को हर महीने की 10 तारीख को मंथली क्रूड ऑयल आवंटन को लेकर नोटिफाई करता है. रायटर्स को सरकारी तेल कंपनियों और सऊदी अरामको ने इस सवाल को लेकर भेजे ईमेल पर कोई जवाब नहीं दिया है.
रूस के तेल खरीदारी में पेमेंट में हो रही दिक्कतों के चलते इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन सऊदी अरब और पश्चिमी अफ्रीकी देशों से ज्यादा कच्चा तेल खरीदने की कोशिशों में जुटा है. हालांकि पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि रूस से कच्चे तेल के आयात में कमी पेमेंट कारणों से चलते नहीं घटा है बल्कि कीमतें अब आकर्षित नहीं रह गई हैं.
सऊदी अरब ने फरवरी 2024 में कच्चे तेल के दामों में 2 डॉलर प्रति बैरल की कटौती करने का फैसला किया है. एशियाई देशों के सऊदी अरब 2 डॉलर प्रति बैरल कम दामों पर कच्चा तेल बेचेगी. सऊदी अरब के इस फैसले के बाद सोमवार को कच्चा तेल के दामों में गिरावट देखने को मिली थी. फिलहाल ब्रेंट क्रूड ऑयल 77.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं सरकारी तेल कंपनियां कम दामों पर सऊदी अरब से ज्यादा कच्चा तेल आयात करने में कामयाब होती हैं तो सरकार के लिए लोकसभा चुनावों से पहले पेट्रोल डीजल के दाम घटाने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी.
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