इन फार्मा कंपनियों को लगा अमेरिकी झटका! शेयरों पर दिख सकता है असर
भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार बेहद अहम है, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स पर खरे उतरना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. प्रोडक्ट्स की वापसी से कंपनियों की छवि और मुनाफे पर असर पड़ता है.
अमेरिकी बाजार में मैन्युफैक्चरिंग खामियों के कारण भारतीय फार्मा कंपनियों अरबिंदो फार्मा, ग्लेनमार्क और जायडस ने अपने प्रोडक्ट्स को बाजार से वापिस ले लिया है. अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (USFDA) की ताजा प्रवर्तन रिपोर्ट के मुताबिक, इन दवाओं में मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी गड़बड़ियों के कारण यह कदम उठाया गया है.
अरबिंदो फार्मा का कदम
हैदराबाद स्थित अरबिंदो फार्मा की सहायक कंपनी अरबिंदो फार्मा यूएसए इंक ने सिनाकैल्सेट गोलियों की एक लाख से अधिक बोतलें वापस मंगाई हैं. इन गोलियों का इस्तेमाल हाइपरपैराथायरायडिज्म के इलाज में होता है. USFDA ने बताया कि इन गोलियों में एन-नाइट्रोसो सिनाकैल्सेट अशुद्धि की मात्रा एफडीए द्वारा अनुशंसित सीमा से अधिक पाई गई. कंपनी ने इस साल 7 नवंबर को क्लास-2 श्रेणी के तहत इन प्रोडक्ट्स को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू की.
ग्लेनमार्क की वापसी
ग्लेनमार्क फार्मा की अमेरिकी सहायक कंपनी ने डिल्टियाजेम हाइड्रोक्लोराइड कैप्सूल की करीब 90,000 बोतलें वापस मंगाई हैं. इन दवाओं का इस्तेमाल हाई ब्ल्ड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है. यह वापसी भी मैन्युफैक्चरिंग खामियों के कारण हुई है.
जायडस का बयान
जायडस फार्मास्यूटिकल्स (यूएसए) इंक ने लेबलिंग गलतियों के चलते एसोमेप्राज़ोल मैग्नीशियम के 4,404 डिब्बों को वापस बुलाया है. इस दवा का इस्तेमाल पेट और अन्नप्रणाली की समस्याओं, जैसे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD), के इलाज में किया जाता है. कंपनी ने 14 नवंबर को प्रभावित प्रोडक्ट्स को बाजार से वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू की.
शेयर बाजार पर असर
शुक्रवार के कारोबारी सत्र में इन घटनाओं का असर कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिला. अरबिंदो फार्मा का शेयर 0.59% या 7.20 अंक गिरकर 1207.95 रुपये पर बंद हुआ. ग्लेनमार्क फार्मा का शेयर 1.13% या 17.30 अंक की गिरावट के साथ 1517.20 रुपये पर बंद हुआ. जायडस लाइफसाइंस का शेयर 0.28% या 2.70 अंक की तेजी के साथ 978.35 रुपये पर बंद हुआ.
क्या है भविष्य की चुनौती?
भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार बेहद अहम है, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स पर खरे उतरना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. प्रोडक्ट्स की वापसी से कंपनियों की छवि और मुनाफे पर असर पड़ता है. USFDA की सख्ती के चलते कंपनियों को गुणवत्ता मानकों का पालन करने के लिए अपने उत्पादन प्रक्रिया में और सुधार करना होगा.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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