Bullet Train in India: रेलवे ने बुलेट ट्रेन को लेकर दी बड़ी जानकारी, बताया कितना पूरा हो गया काम
Bullet Train: इस पूरी हाई स्पीड रेल परियोजना की दूरी 508.17 किलोमीटर की है. इस रेल रूट में गुजरात का वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, खेड़ा और अहमदाबाद शामिल है.
Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Update: भारत में लोगों को बहुत समय से बुलेट ट्रेन का इंतजार है. अहमदाबाद से मुंबई के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक है. ऐसे में इस प्रोजेक्ट पर रेलवे का काम जारी है. अब रेल मंत्रालय ने अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन (Ahmedabad Mumbai Bullet Train) के काम के बारे में जानकारी दी है. मंत्रालय ने बताया है कि इस प्रोजेक्ट का कितना काम हो सका और इसे कब तक पूरा किया जा सकता है.
जानें कितना काम हुआ पूरा
रेलवे (Indian Railway) ने जानकारी दी है कि इस हाई रेल प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम लगभग 98.8 प्रतिशत पूरा हो चुका है. इसके साथ ही 162 किलोमीटर लंबे मार्ग में पाइलिंग का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही 79.2 किमी तक का घाट का काम भी पूरा हो चुका है. इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट के साबरमती के पैसेंजर टर्मिनल हब का काम भी लगभग पूरा होने वाला है.
Bullet train Progress Report :
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 16, 2022
Land Acquisition Status-
1) Gujarat: 98.8%
2) DNH: 100%
3) Maharashtra: 75.25%
Progress of Works-
1) 162 km of Piling work completed
2) 79.2 km Pier work completed
3) Passenger Terminal Hub at Sabarmati is nearing completion. pic.twitter.com/4Ezh3lRkHy
जानें परियोजना के डिटेल्स
बता दें कि इस पूरी हाई स्पीड रेल परियोजना की दूरी 508.17 किलोमीटर की है. इस रेल रूट में गुजरात का वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, खेड़ा और अहमदाबाद शामिल है. वहीं इसमें महाराष्ट्र का मुंबई, ठाणे और पालघर भी आता है. इस पूरी परियोजना में 12 रेलवे स्टेशन होंगे जिसमें 8 गुजरात और 4 महाराष्ट्र के स्टेशन शामिल है. बुलेट ट्रेन से मुंबई से अहमदाबाद के बीच का सफर केवल 2.58 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा. बुलेट ट्रेन की स्पीड करीब 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.
कब शुरू हुआ प्रोजेक्ट
देश में बुलेट ट्रेन का पहला प्रोजेक्ट साल 2017 में मोदी सरकार (Modi Government) द्वारा शुरू किया गया है. यह केंद्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. इस प्रोजेक्ट की आधार शिला 14 सितंबर 217 को देश के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) रखी गई थी. यह प्रोजेक्ट 1.10 लाख करोड़ रुपये का है.
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