नई दिल्ली: अब कारोबारियों, बिजनेसमैन को आकषिर्त करने लिये जल्दी ही मॉडर्न फैसिलिटी से युक्त एक रात की डबल-डेकर रेल सेवा शुरू करेगी. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज ‘स्मार्ट रेलवे’ पर आयोजित सम्मेलन में कहा कि रेलवे नई सर्विस उदय एक्सप्रेस के जरिये के जरिये महानगरों को जोड़ने पर गौर कर रही है. पैसेंजर्स को बेहतर यात्रा की सुविधाएं मुहैया कराने में लगी रेलवे नई और एडवांस्ड ट्रेनों के जरिए भारतीय रेलवे का चेहरा भी बदलने की कोशिश कर रही है. हाल ही में तेजस एक्सप्रेस भी चलाई है जो सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन है.


उद्योग मंडल फिक्की के सम्मेलन में उन्होंनें कहा, ‘‘हम व्यापारी यात्रियों के लिये उदय एक्सप्रेस शुरू करेंगे. इसमें वे रात में यात्रा शुरू करेंगे और सुबह अपने डेस्टिनेशन पर पहुंच जाएंगे ताकि वे अपनी होटल के खर्चों को बचा सके.’’ फिलहाल रेलवे ने क्षमता बढ़ाने और यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर सुविधाएं देने के लिये नए प्रोजेक्ट्स भी शुरू किए हैं. उदय एक्सप्रेस एक रात की सेवा होगी. इसमें केवल बैठने की व्यवस्था होगी यानी सिर्फ चेयरकार होंगी और साथ ही उद्योगपतियों, व्यापारियों को ध्यान में रखकर बेहतर सुविधाएं होंगी.


प्रभु ने कहा, ‘‘हम सटीक स्ट्रेटेजी के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हम इसे बेहद चुनौतीपूर्ण स्थिति में कर रहे हैं. चाहे खान-पान हो, टिकट बुकिंग हो या फिर कोच की सफाई हो, ये सभी चीजें रेलवे में स्मार्ट तरीके से की जा रही हैं.’ उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे में काफी काम किये जाने की जरूरत है. रेलवे में पहले पर्याप्त निवेश और क्षमता विस्तार नहीं हुआ.


सुरेश प्रभु ने रेलवे की बदलती तस्वीर पर कहा :-




  • रेलवे का एक्सपेंशन विस्तार मांग के अनुरूप नहीं था. माल ढुलाई का काम रेलवे से दूर जा रहा था. मांग और आपूर्ति में काफी अंतर था. इसीलिए हमने इससे निपटने के लिये समग्र रणनीति तैयार करने का फैसला किया. हमने परियोजनाओं को क्रियान्वित करने की कोशिश की है जिसमें तेजी से नई लाइन बिछाना और विद्युतीकरण शामिल हैं.’’

  • अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के उपयोग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग की चुनौती है. टेक्नोलॉजी हमेशा रही है लेकिन अब इसका पैमाना बढ़ गया है. सही टेक्नोलॉजी का उपयोग पासा पलटने वाला होगा.

  • रेल क्षेत्र में निवेश को रेखांकित करते हुए प्रभु ने कहा, ‘‘रेलवे में एक रुपये का निवेश आर्थिक और रोजगार सृजन के मामले में छह गुना प्रभाव पड़ा है.’’ उन्होंने कहा कि रेलवे ने पिछले ढाई साल में यात्रियों की लागत में कमी लाने के साथ-साथ उसे व्यापार अनुकूल बनाने के लिये खासकर किराया के अलावा अन्य स्रोत से राजस्व बढ़ाने, क्षमता और परिचालन कुशलता में वृद्धि हेतु स्मार्ट पहल की है जिससे देश के सकल घरेलू उत्पाद में 2 फीसदी की वृद्धि हो सकती है.

  • मालगाड़ी के लिये अलग कॉरीडोर का जिक्र करते हुए प्रभु ने कहा कि इसमें तेजी से प्रगति हुई है और इसके 2019 तक ऑपरेशनल होने की उम्मीद है.

  • उन्होंने कहा कि जीडीपी में योगदान को हकीकत रूप देने के लिये रेलवे अपने फाइनेंसिंग में सुधार और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने के साथ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने की की दिशा में काम कर रहा है.