भारतीय रेलवे की बड़ी स्कीम: फर्स्ट AC कोचों में कम्बल के साथ कवर भी
भारतीय रेल में सफर करने वालों के लिए खास तौर पर बड़ी खबर है. रेलवे अब सभी फर्स्ट एसी कोचों में कम्बल के साथ कवर भी देगा. अप और डाउन ट्रेनों मे अलग अलग रंग के कवर होंगे ताकि कवर रिपीट होने की गुंजाइश न रहे. भारतीय रेलवे के सूत्रों के मुताबिक ये आदेश लागू कर दिए गए हैं.
नई दिल्लीः भारतीय रेल में सफर करने वालों के लिए खास तौर पर बड़ी खबर है. रेलवे अब सभी फर्स्ट एसी कोचों में कम्बल के साथ कवर भी देगा. अप और डाउन ट्रेनों मे अलग अलग रंग के कवर होंगे ताकि कवर रिपीट होने की गुंजाइश न रहे. भारतीय रेलवे के सूत्रों के मुताबिक ये आदेश लागू कर दिए गए हैं.
हालांकि कुछ समय पहले ये भी खबरें थीं कि रेलवे सफर के दौरान ट्रेनों में मिलने वाला कंबल बीते दिनों की बात होगा और रेलवे मंत्रालय ट्रेन में मिलने वाले कंबल को बंद करने की योजना बना रहा है. कहा जा रहा था कि रेलवे एसी कोच में तापमान 22-24 डिग्री स्थिर करने पर विचार कर रहा है जिससे कंबल की जरुरत ही खत्म हो जाएगी. वहीं कंबल की जगह खेस (ओढने के लिए मोटी चादर) देने की खबरें भी सामने आ रही थीं.
6-6 महीने तक नहीं धुलते कंबल ! आपको बता दें कि हाल ही में सीएजी की रिपोर्ट और कंबल की सफाई को लेकर शिकायतों को देखते हुए रेलवे की कंबल को लेकर कुछ कदम उठाने की संभावना पहले ही बन रही थी. सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार कई जगह ट्रेन में मिलने वाले कंबलों को 3 साल तक नहीं धोया गया है. रेलवे की मौजूदा व्यवस्था में ट्रेन में एसी कोच में सफर करने पर आपको तकिया, बेडशीट और कंबल मिलता है
रेलवे के पास थे 2 विकल्प रेलवे के पास 2 और विकल्प सामने थे. पहला कि कंबल में कवर लगाया जाए और बाद में कवर की धुलाई निरंतर समय पर हो. दूसरा विकल्प था कि मौजूदा कंबल की लंबाई-चौडाई को कम किया जाए, अभी मिलने वाले कंबल की लंबाई-चौडाई जरुरत से ज्यादा है, लिहाजा रेलवे को एक कंबल की धुलाई में 55 रुपये का खर्च आता है.
रेलवे कर रहा है लगातार नए ऐलान पिछले काफी समय से रेल मंत्री सुरेश प्रभु ट्रेन सफर का अंदाज बदलने के लिए लगातार नए ऐलान कर रहा है. रेलवे नई ट्रेनों के साथ-साथ रेलवे की दूसरी सुविधाओं से जुड़े बड़े ऐलान कर रहा है. जानें इनमें से कुछ बड़े ऐलान यहां-
इकोनॉमी एसी क्लास/एसी कोच पर किराया एसी क्लास से कम अब रेलवे में भी इकोनॉमी एसी क्लास शुरू करने का ऐलान किया गया है. खास बात ये होगी कि इकोनॉमी एसी क्लास में यात्रियों को अन्य एसी कोच की तरह कंबलों की जरूरत नहीं होगी क्योंकि इनमें तापमान 24 से 25 डिग्री होगा. रेलवे का इरादा कुछ चुनिंदा रूट्स पर फुल एसी ट्रेनें चलाने का है ताकि ज्यादा से ज्यादा रेल पैसेंजर्स को यात्रा के दौरान एसी की सुविधा मिल सके.
दूसरे एसी क्लास की तरह इकोनॉमी एसी में ठंडक ज्यादा नहीं होगी क्योंकि इसमें तापमान 24 से 25 डिग्री पर तय होगा. इसका उद्देश्य यात्रियों को सुविधा प्रदान करना है ताकि उन्हें बाहर की गर्मी का अहसास न हो.
रेल सारथी एप की शुरुआत की रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने 14 जून को रेलवे के नए ऐप रेल सारथी की शुरुआत भी की थी. रेल सारथी नाम के इस ऐप से रेल सम्बन्धी सभी सुविधाएं मिल सकेंगी. रेलयात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की अलग-अलग ऐप और वेबसाइट को एकसाथ करके सभी सुविधाओं-शिकायतों के लिए एक इंटीग्रेटेड ऐप बनाया गया. रेल सारथी एप के जरिए मोबाइल फोन पर ही टिकट बुक, प्लेटफार्म टिकट बुक हो सकेंगे. खानपान कार्ड लेने, ट्रेन की रियल टाइम लोकेशन देने और रेल सफर के दौरान किसी भी तरह की शिकायत को दर्ज करा सकेंगे. सारथी एप से इमरजेंसी में आरपीएफ को बुला सकते हैं.
हमसफर ट्रेनों की शुरुआत हाल ही में रेलवे ने हमसफर एक्सप्रेस शुरू की है और ये बेहद कम समय में ही यात्रियों की पसंदीदा बन गई है. हमसफर ट्रेनों में सिर्फ 3 एसी कोच हैं.
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