Special Trains: भारतीय रेलवे के लिए साल की सबसे बड़ी चुनौती फेस्टिव सीजन (Festive Season) अब बस आने ही वाला है. इस दौरान बड़े पैमाने पर लोग त्योहार मनाने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं. इसके लिए उनके पास सबसे सस्ता, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का साधन ट्रेन ही होती है. ऐसे में त्योहारों के दौरान करोड़ों लोगों को उनके घर पहुंचाने की रेलवे के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है. ट्रेन टिकट के लिए यह मारामारी दुर्गा पूजा से शुरू होकर छठ तक जारी रहती है. यह एक महीना भारतीय रेलवे के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण साबित होता है. इस साल फेस्टिव सीजन की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे ने 6,000 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. साथ ही लगभग सभी ट्रेनों में जनरल कोच भी बढ़ाए जाएंगे.


बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के रूट पर रहती है भारी डिमांड 


दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के दौरान विशेष तौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जाने वाले कई रेल रूट पर भारी भीड़ हो जाती है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने शुक्रवार को बताया कि इस साल त्योहारों के मौसम के लिए रेलवे ने कमर कस ली है. हम यात्रियों को कोई असुविधा नहीं होने देंगे. अब तक कुल 5,975 स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया जा चुका है. पिछले साल यह संख्या 4,429 थी. उन्होंने कहा कि इससे पूजा के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने में सुविधा होगी. 


हर ट्रेन में सामान्य श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे भी जोड़े जाएंगे 


दुर्गा पूजा उत्सव (Durga Puja 2024) 9 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक चलने वाली है. इस साल दिवाली (Diwali 2024) 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी जबकि छठ पूजा 7 और 8 नवंबर को है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मांग बढ़ने पर स्पेशल ट्रेन की संख्या में और इजाफा किया जा सकता है. रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि त्योहारों के दौरान अत्यधिक भीड़ भाड़ को देखते हुए 108 ट्रेन में सामान्य श्रेणी के अतिरिक्त डिब्बे जोड़ने के अलावा इस श्रेणी के 12,500 नए डिब्बे बनाने को भी मंजूरी दी गई है.


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