Vande Bharat: वंदे भारत का सफर होगा एयर ट्रैवल जैसा शानदार, फ्लाइट जैसी सुविधाएं अब ट्रेन में भी मिलेंगी
Vande Bharat Express: इन खास वंदे भारत ट्रेनों के यात्रियों को शुरुआती और आखिरी स्टेशनों पर कैब बुकिंग, व्हीलचेयर के साथ बग्गी ड्राइव जैसी मदद भारतीय रेलवे से मिलेगी. जानें कब से और कहां से होगी चालू.
Vande Bharat Express: वंदे भारत ट्रेनों की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं. रेल यात्रियों के लिए वंदे भारत ट्रेनों में सफर करना अच्छा अनुभव साबित हो रहा है. भारतीय रेलवे ने दक्षिणी रेलवे (Southern Railways) में पैसेंजर सर्विसेज में सुधार के लिए यात्री सेवा अनुबन्ध (YSA) नाम से एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. इस स्कीम का उद्देश्य ट्रेन पैसेंजर्स को अलग-अलग वैल्यू ऐडेड सर्विसेज देने के जरिए वर्ल्ड क्लास ट्रैवल एक्सपीरिएंस प्रदान करना है. छह जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में ये YSA प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है.
वंदे भारत ट्रेनों में यात्री सेवा अनुबन्ध के तहत क्या-क्या मिलेगा
वाईएसए प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए रेलवे कैटरिंग और हाउसकीपिंग में सर्टीफाइड ट्रैक रिकॉर्ड वाले सर्विस प्रोवाइडर की नियुक्ति करेगा. हर एक कोच में साफ-सफाई अच्छी तरह से हो रही है या नहीं ये देखरेख करने के लिए एक ट्रेंड हाउसकीपिंग शख्स तैनात किया जाएगा. इसके जरिए रेल यात्रियों को शुरुआती और आखिरी स्टेशनों पर कैब बुकिंग, व्हीलचेयर और बग्गी ड्राइव जैसी मदद भारतीय रेलवे से मिलेगी.
वर्ल्ड क्लास ट्रैवल एक्सपीरिएंस दिलाएगी भारतीय रेलवे
रेल यात्रियों को शुरुआती और डेस्टिनेशन स्टेशनों पर कैब बुकिंग, व्हीलचेयर और बग्गी ड्राइव जैसी सहायता रेलवे से मिलेगी. यात्रियों को ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम पर क्वालिटी सामग्री का आनंद मिलेगा, जो डेटा सेफ्टी, ब्रॉडकास्टिंग और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स से जुड़े कानूनों का पालन करेगा. जल्द ही और ट्रेनों में भी इनको लागू किया जा सकता है.
खाने-पीने से जुड़ी फैसलिटी
रेल यात्री टिकट बुक करते समय या पैसेंजर सर्विस ऐप के जरिए प्री-पेड खाने का ऑर्डर कर सकते हैं. ये लोग ला कार्टे सेवाओं का ऑप्शन चुन सकते हैं. किसी भी फूड आइटम में बीफ और पोर्क का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. फूड एंड बेवरेजेस सर्विसेज की देखरेख के लिए हर वंदे भारत ट्रेन में ठेकेदार (कॉन्ट्रेक्टर) के पास एक काबिल शख्स होगा.
कॉन्ट्रेक्टर को क्या-क्या दिखाना होगा
पहला
कॉन्ट्रेक्टर के पास फूड एंड हाउसकीपिंग ट्रेनिंग वाले पर्याप्त वर्कर होने चाहिए. रेलवे समय-समय पर उनके पेमेंट और डॉक्यूमेंटेशन की समीक्षा करेगा.
दूसरा
चेन्नई में एक साफ और बड़ी रसोई जिसमें हर दिन कई तरह के खाने बनाए जा सकते हों. ठेकेदारों को यह दिखाना होगा कि वे पहले भी कई बार फूड सप्लाई दे चुके हैं.
वंदे भारत रूट
दक्षिणी रेलवे में वंदे भारत ट्रेनें कई रूट्स पर चलाई जाती हैं. चेन्नई-मैसूर, चेन्नई-तिरुनेलवेली, चेन्नई-कोयंबटूर, तिरुवनंतपुरम-कासरगोड और चेन्नई-विजयवाड़ा पर वंदे भारत ट्रेनो क संचालन हो रहा है. छठे रूट का ऐलान होना अभी बाकी है.
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