नई दिल्ली: भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कोशिशें कर रहा है और इसके हल्के असर दिखने भी लगे हैं. रेल मंत्री सुरेश प्रभु को मिलने वाले कई ट्वीट्स में यात्रियों ने रेलवे की स्थिति बेहतर होने की बात स्वीकारी है. भारतीय रेलवे में सबसे अहम और लोकप्रिय ट्रेनों में से एक राजधानी, शताब्दी और दूरंतो के लिए हुए बड़े ऐलानों से इनके यात्रियों के लिए और सुविधाएं हो गई हैं. राजधानी, शताब्दी और दूरंतो जैसी ट्रेनों और देश के बड़े स्टेशनों की साफ-सफाई के स्तर को आंकने में अब यात्रियों की अहम भूमिका रहेगी.


क्या है नए ऐलान?
रेलवे स्टेशनों की साफ-सफाई और स्वच्छता की स्थिति रेलवे के लिए एक मुश्किल का काम रही है. इनपर ध्यान केंद्रित करते हुए रेलवे अब जल्द ही 407 व्यस्त स्टेशनों और लगभग 200 ट्रेनों का विस्तृत सर्वेक्षण और ऑडिट करेगा. स्वच्छता अभियान से जुड़े रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोई यात्री ट्रेनों और स्टेशनों की स्वच्छता से जुड़ी तस्वीरें केंद्रीय नियंत्रण बोर्ड को भेज सकता है. इस नियंत्रण कक्ष की स्थापना जल्द ही की जाएगी.

यात्रियों से मिलने वाली प्रतिक्रियाओं के आधार पर लोकप्रिय ट्रेनों में सक्रिय रख-रखाव संबंधी सेवाओं, कपड़ों की गुणवत्ता, शौचालयों की स्थिति, कचरे के निपटान और कीट नियंत्रण प्रणाली का ऑडिट भी किया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि ट्रेनों और स्टेशनों को सर्वेक्षण के नतीजों के आधार पर रैंक दी जाएगी.

अधिकारी ने कहा कि यात्रियों को इससे जोड़ने के पीछे का उद्देश्य रेल परिसर में स्वच्छता के बारे में जागरूक करना और संबंधित कर्मचारियों से इस पर प्रमुख रूप से ध्यान केंद्रित करवाने का है. सभी प्रमुख ट्रेनों के अलावा सभी जन शताब्दी, संपर्क-क्रांति और इंटर सिटी ट्रेनों को भी इस सर्वेक्षण में शामिल किया जाएगा. पिछले साल रेलवे ने आईआरसीटीसी के माध्यम से बड़े स्टेशनों की सफाई का आकलन करने के लिए यात्रा फीडबैक सर्वेक्षण करवाया था.