भारत अभी दुनिया के सबसे बड़े खुदरा बाजारों (Indian Retail Market) में से एक है. ई-कॉमर्स (E-Commerce) और ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर (Organized Retail Sector) के उभार ने पिछले कुछ सालों के दौरान खुदरा बाजार को तेजी प्रदान की है. हालांकि ई-कॉमर्स के दौर में भी ऑफलाइन रिटेल मार्केट की ग्रोथ प्रभावित नहीं हुई है. इस कारण यह साल देश के टॉप शहरों में मॉल के बढ़ने की रफ्तार के मामले में नए रिकॉर्ड बनाने वाला साबित हो सकता है.


इस साल इतना बढ़ेगा मॉल स्पेस


प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक (Anarock) और रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Retailers Association Of India) ने इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में देश के शीर्ष सात शहरों में मॉल स्पेस में करीब 110 लाख वर्ग फीट का इजाफा होगा. यह फुटबॉल के 145 मैदानों के क्षेत्रफल से ज्यादा होगा. कोरोना महामारी के चलते कुछ सालों की सुस्ती के बाद मॉल सेक्टर में शानदार तेजी का दौर लौटने के संकेत मिल रहे हैं.


इन सात शहरों में तेज ग्रोथ


रिपोर्ट की मानें तो पिछले तीन साल में मिलाकर जितनी ग्रोथ हुई थी, उससे ज्यादा अकेले 2023 में होने वाली है. यह किसी भी एक साल के दौरान मॉल स्पेस में अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी होगी. रिपोर्ट के अनुसार, अभी देश के सात बड़े शहरों बेंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और पुणे में 510 लाख वर्ग फीट मॉल स्पेस है. इसमें साल 2026 तक 250 लाख वर्ग फीट का इजाफा होने वाला है.


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पिछले साल ऐसा रहा हाल


रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद मॉल स्पेस की इस ग्रोथ में करीब 46 फीसदी का योगदान देंगे. इनके बाद 19 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ बेंगलुरू का स्थान होगा. पिछले साल इन सात शहरों में मॉल स्पेस में 26 लाख वर्ग फीट से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई थी, जो साल 2021 की तुलना में 27 फीसदी ज्यादा था. पिछले साल मॉल रेंटल में भी वृद्धि हुई. यह करीब 15 फीसदी ग्रोथ के साथ 2022 में महामारी से पहले के स्तर के पार निकल गया.


किराये में भी आई तेजी


रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरू में मॉल का किराया पिछले साल सबसे ज्यादा करीब 27 फीसदी बढ़ा. इसके बाद 20 फीसदी की वृद्धि के साथ कोलकाता का स्थान रहा. रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चीफ एक्सीक्यूटिव कुमार राजगोपालन ने इस बारे में कहा, ज्यादा किराये के बाद भी रिटेलर्स बचत के बजाय गुणवत्ता वाली जगहों को वरीयता दे रहे हैं. आने वाले समय में बड़े पैमाने पर सप्लाई आ रही है, जिससे रिटेलर्स के सामने विस्तार के मौके होंगे.


इतना बड़ा हो जाएगा खुदरा बाजार


एनारॉक की इस रिपोर्ट के अनुसार, अगल कुछ साल में भारतीय खुदरा बाजार का साइज कई गुना बढ़ जाने वाला है. साल 2021 में भारतीय खुदरा बाजार का साइज 690 बिलियन डॉलर का था. साल 2032 तक यह बढ़कर 02 ट्रिलियन डॉलर हो जाने का अनुमान है. इस तरह रिटेल मार्केट के साइज में सालाना 25 फीसदी की दर से वृद्धि होने वाली है.