Indian Startups layoffs: वैश्विक आर्थिक मंदी (Global Economic Recession) के लक्षण अब पहले से ज्यादा गहरे हो चुके हैं. भारत में भी इसका असर दिख रहा है. खासकर भारतीय स्टार्टअप्स आर्थिक सुस्ती से ज्यादा परेशान हैं और इस कारण छंटनी का सहारा ले रहे हैं. पिछले कुछ समय के दौरान भारत के कम से कम 82 स्टार्टअप्स ने छंटनी की है और हजारों लोग इसका शिकार हुए हैं.


पूरी दुनिया में चल रही छंटनी


लेऑफ्स डॉट एफवाईआई के अनुसार, अभी पूरी दुनिया में भारी छंटनी का दौर चल रहा है. टेक कंपनियों की बात करें तो इस साल जनवरी महीने में 84,714 लोगों की और फरवरी में 36,491 कर्मचारियों की छंटनी की गई. मार्च महीने में एसेंचर (Accenture) और इनडीड (InDeed) के अलावा रूफस्टॉक (RoofStock), ट्विच (Twitch), अमेजन (Amazon), लिवस्पेस (LivSpace), कोर्स हीरो (Course Hero), क्लावियो (Clavio), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta), वाई कम्बिनेटर (Y Combinator), सेल्सफोर्स (SalesForce), एटलासियन (Atlasian), सिरीयस एक्सएम, अलेर्जो, सेरेब्रल, वायमो, थॉटवर्क्स जैसी कंपनियां छंटनी कर चुकी हैं. आंकड़े बताते हैं कि पूरी दुनिया में टेक कंपनियां इस साल अब तक 1.50 लाख से ज्यादा लोगों को काम से निकल चुकी हैं.


इन कंपनियों के सारे कर्मचारी बाहर


स्टार्टअप्स का हिसाब देखें तो बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक 16 स्टार्टअप्स अपने 100 फीसदी कर्मचारियों को निकाल चुके हैं. इनमें से तीन स्टार्टअप कंपनियां भारत की हैं. बेंगलुरू बेस्ड वीट्रेड (WeTrade) और डीयूएक्स एजुकेशन (DUX Education) तथा चेन्नई की फिपोला (Fipola) ने अपने सभी कर्मचारियों को बाहर किया है. भारतीय स्टार्टअप्स में छंटनी का आंकड़ा अभी बढ़ने की ही आशंकाएं हैं.


छंटनी में आगे ये स्टार्टअप


भारतीय स्टार्टअप्स में भी सबसे ज्यादा छंटनी एडुटेक सेक्टर में हो रही हैं. Inc42 की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सेक्टर के 19 स्टार्टअप अब तक छंटनी कर चुके हैं, जिनमें सिर्फ चार यूनिकॉर्न ने ही करीब 8,500 लोगों को काम से निकाला है. खबर के अनुसार, कर्मचारियों की छंटनी करने के मामले में बायजुज (BYJU'S), ओला (Ola), ओयो (OYO), मीशो (Meesho), एमपीएल (MPL), लिवस्पेस (LivSpace), इन्नोवेशर (Innovaccer), उड़ान (Udaan), अनएकैडमी (Unacademy) और वेदांतु (Vedantu) जैसे नाम आगे हैं.


हाल में हुईं ये छंटनियां


होम इंटीरियर कंपनी लिवस्पेस ने हाल ही में करीब 100 लोगों की छंटनी की है. इसी तरह दुकान (DuKaan) ने दूसरे राउंड की छंटनी में 60 लोगों को काम से निकाला है. हेल्थकेयर यूनिकॉर्न प्रिस्टीन केयर (Pristyn Care) ने 350 कर्मचारियों की छंटनी की है. वहीं ग्लोबल डिलीवरी मैनेजमेंट कंपनी फारआई (FarEye) ने फरवरी महीने में 90 लोगों को काम से निकाला है. सोशल मीडिया कंपनी शेयरचैट (ShareChat) ने अपने 20 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है.


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