BSE Stock: सबसे आगे निकला भारतीय शेयर बाजार, बीएसई ने बनाया अब ये कीर्तिमान
Indian Share Market: बीएसई की गिनती अब दुनिया के उन चुनिंदा शेयर बाजारों में होती है, जिनके प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड कंपनियों का सम्मिलित मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गया है...
पिछले कई महीने से जारी शानदार रैली के दम पर घरेलू शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है. बीते समय में भारतीय शेयर बाजारों ने लगातार नया-नया उच्च स्तर बनाया है. पिछले दिन के कारोबार में भी बाजार नए शिखर पर पहुंचने में कामयाब रहा था. अब भारतीय बाजार के नाम एक और नायाब रिकॉर्ड दर्ज हो गया है.
इस तरह नंबर वन बना बीएसई
यह नया रिकॉर्ड बनाया है प्रमुख भारतीय शेयर बाजारों में एक बीएसई ने. बीएसई दुनिया के उन स्टॉक एक्सचेंजों में शामिल है, जो खुद किसी बाजार पर लिस्टेड है. बीएसई का शेयर भारत के ही दूसरे प्रमुख शेयर बाजार एनएसई पर लिस्टेड है. बीएसई के विभिन्न सूचकांकों की तरह बीएसई का शेयर भी रैली रिकॉर्ड कर रहा है. यह रैली इस कदर शानदार है कि बीएसई दुनिया में नंबर वन बन गया है.
एक साल में 400 पर्सेंट से बड़ी रैली
शनिवार के स्पेशल कारोबार के बाद एनएसई पर बीएसई का शेयर 2,352.45 रुपये पर बंद हुआ था. उससे करीब एक महीने पहले 5 फरवरी को बीएसई के शेयर ने अपना ऑल टाइम हाई बनाया था. बीते एक साल में बीएसई के शेयरों में 400 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. इस तरह बीएसई का शेयर दुनिया के किसी भी अन्य लिस्टेड स्टॉक एक्सचेंज के शेयर की तुलना में सबसे बड़ी रैली रिकॉर्ड करने में कामयाब हुआ है.
अन्य प्रमुख शेयर बाजारों का हाल
पिछले एक साल में जहां बीएसई का शेयर 430 फीसदी चढ़ा है, वहीं दूसरे नंबर पर स्थित अमेरिकी बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई के शेयर में 35 फीसदी की तेजी आई है. इस तरह देख सकते हैं बीएसई की रैली इस कदर शानदार रही है कि नजदीकी प्रतिस्पर्धी कई गुना के अंतर से पीछे छूटा है. अन्य प्रमुख बाजारों को देखें तो बीते एक साल के दौरान लंदन स्टॉक एक्सचेंज का शेयर 21 फीसदी, यूएस बेस्ड सीएमई ग्रुप का शेयर 19 फीसदी, Deutsche Boerse 16.7 फीसदी और सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज 8.8 फीसदी चढ़ा है. वहीं ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटीज एक्सचेंज और हांगकांग एक्सचेंज के शेयरों के भाव में गिरावट आई है.
इन कारणों से आई शेयर में रैली
बीएसई के शेयरों में इस रैली का कारण कैश मार्केट के वॉल्यूम में तेजी है. बीएसई के प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग वॉल्यूम लगातार बढ़ रहा है और इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में कारोबार का स्तर तेज होता जा रहा है. इससे बीएसई के शेयरों को फायदा हो रहा है. बीएसई भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है. पिछले साल नवंबर में बीएसई 4 ट्रिलियन डॉलर के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल होने में कामयाब हुआ था. इस तरह एमकैप के लिहाज से बीएसई की गिनती दुनिया के सबसे प्रमुख शेयर बाजारों में की जाती है.
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