Investors Wealth Loss: रूस - यूक्रेन युद्ध ( Russia - Ukraine War) के चलते निवेशकों ( Investors) को शेयर बाजार में आए गिरावट की सुनामी के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. शुक्रवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई. जिसके चलते निवेशकों की संपत्ति में भारी कमी देखी गई. बीएसई सेंसेक्स 768.87 अंक यानी 1.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,333.81 अंक पर बंद हुआ है. पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स में 1,913.47 अंक यानी 3.40 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. 


वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल के बीच पिछले तीन दिनों से शेयर बाजारों में जारी गिरावट से निवेशकों को 5.59 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसी के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैपिटलाईजेशन ( Market Capitalization) पिछले तीन दिनों में 5,59,623.71 करोड़ रुपये घटकर 2,46,79,421.38 करोड़ रुपये रहा है. 


शुक्रवार के कारोबारी सत्र में विदेशी निवेशकों ने सबसे ज्यादा बिकवाली की है. विदेशी निवेशकों ने 4 मार्च 2022 को कुल 7,631 करोड़ रुपये के शेयर्स बेच डाले. 26 फरवरी 2021 के बाद एक दिन में विदेशी निवेशकों की ये बड़ी बिकवाली है. जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 4,739 करोड़ रुपये के शेयर्स की खरीदारी की है. 


भारत के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें हैं जो 113 ड़ॉलर प्रति बैरल के स्तर पर जा पहुंचा है. महंगे कच्चे तेल के चलते विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल डीजल के दामों भारी बढ़ोतरी की जा सकती है जिसके चलते महंगाई बढ़ने के आसार हैं. कमोडिटी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं जिससे कंपनियों की लागत बढ़ सकती है.









Petrol Diesel Price: तेल कंपनियों के नुकसान की भरपाई के लिए 12 रुपये बढ़ाने होंगे पेट्रोल डीजल के दाम, ICICI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में दावा


Automobile Sales Dips: सेमीकंडक्टर की कमी के चलते फरवरी में 8 फीसदी गाड़ियों की सेल्स घटी, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते और गहराएगा संकट