Investors Wealth Loss: रूस - यूक्रेन युद्ध ( Russia - Ukraine War) के चलते निवेशकों ( Investors) को शेयर बाजार में गिरावट के चलते नुकसान उठाना पड़ रहा है. शिवरात्रि की छुट्टी के चलते मंगलवार को बाजार बंद था. लेकिन अगले दिन शेयर बाजार खुला तो  गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजारों ( Indian Stock Exchanges) भी पड़ा है. बुधवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई. जिसके चलते निवेशकों की संपत्ति में भारी कमी देखी गई. 


भारतीय शेयर बाजार में इस गिरावट के चलते बाजार के मार्केट कैपिटलाईजेशन ( Market Capitalization) में भारी कमी देखी गई. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड शेयरों के मार्केट कैपिटलाईजेशन में 86,741.74 करोड़ रुपये की कमी आ गई है. घरेलू बाजार में बड़े पैमाने पर बिकवाली के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 86,741.74 करोड़ रुपये घटकर 2,51,52,303.35 करोड़ रुपये पर आ गया. 


India VIX जो बाजार में अस्थिरता के पैमाने को बताता है उसमें भारी बढ़ोतरी आई है. जो बता रहा है कि अगले कुछ दिनों तक बाजार में भारी उतार चढ़ाव देखा जा सकता है. India VIX 2.31 फीसदी बढ़कर 29.23 के लेवल पर जा पहुंचा है.  


भारत के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें हैं जो 113 ड़ॉलर प्रति बैरल के स्तर पर जा पहुंचा है. महंगे कच्चे तेल के चलते विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल डीजल के दामों भारी बढ़ोतरी की जा सकती है जिसके चलते महंगाई बढ़ने के आसार हैं. कमोडिटी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं जिससे कंपनियों की लागत बढ़ सकती है. जाहिर है रूस यूक्रेन विवाद ने भारत के सामने कई चुनौतियों खड़ी कर दी है जो कोरोना महामारी के चलते अर्थव्यवस्था पर पड़े बुरे असर से उबरने की कोशिश में जुटा था.  


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