Share Market Next Week: बीते 12 महीनों में हमने बाजार में कई बार उतार-चढ़ाव देखे. इस दौरान निफ्टी ने 15206 के लेवल तक नीचे भी गिरा और 18116 का हाई भी बनाया. 17100 बहुत लेवल के तौर पर उभरा है. जब भी बाजार 17100 के नीचे गया है वहां पर भारी खरीदारी देखने को मिली है जिसके बाद निफ्टी ने तमाम नेगेटिव खबरों के बावजूद शानदार वापसी की है. इस समय हमारे पास एक भी पॉजिटिव कारण नहीं जिससे हम कह सकें कि बाजार ऊपर की ओर जाएगा.  17100 का लेवल स्थापित हो चुका है जिसे बाजार होल्ड कर रहा है. निवेशक इस लेवल पर खरीदारी कर खुश हैं. जो कि 18 फीसदी सस्ता है. 


बाजार डिमांड और सप्लाई के आधार पर काम करता है. अगर हमने मान लिया कि हम बीयर मार्केट में हैं जो बाजार की वापसी और भी तेज होगी. बीयर मार्केट में जो रैली होती है वो बुल मार्केत से ज्यादा तेज होती है. लेकिन मैं नहीं मानता कि बीयर मार्केट है. और अगर 4 वर्षों तक इसके आसार भी नजर नहीं आते. बाजार में जब करेक्शन आता है तो उसे बीयर मार्केट की संज्ञा दी जाती है. याद करिए 2008 में क्या हुआ था? तब सभी कह रहे थे कि सेंसेक्स का 11,000 इतिहास हो चुका है. अब ये हालात है कि हम 60,000 को भी पार कर चुके हैं.  


हमें ये जल्द स्वीकार करना होगा कि भारत ऐसा देश है जहां निवेशित रहना जरुरी है.  पुरी दुनिया ये सोचने को मजबूर होगी. क्योंकि हम मैन्युफैक्चरिंग, कैपेसिटी विस्तार, इंजीनियरिंग सर्विसेज के एक्सपोर्ट्स पर फोकस कर रहे हैं. हमारे पास कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है. दुनिया जहां मंदी को लेकर डरी हुई है हम 7 फीसदी के दर से विकास कर रहे हैं. जीडीपी में सर्विसेज के शामिल होने के बाद आंकड़े तेजी के साथ बंदल जायेंगे. हमारे एक्सटर्नल कर्ज को देखिए. ये जीडीपी का 17 फीसदी है जबकि सिंगापुर जिसे विकसित देश अपना रोल मॉडल मानते हैं उसका 477 फीसदी है. 


सस्ते लेबर, मटेरियल और टैक्स के चलते हमारी मैन्युफैक्चरिंग सस्ती है. पूरी दुनिया सस्ते गुड्स के लिए भारत की ओर उम्मीदों के नजर से देख रहा है. भारत ने इस वर्ष एक अरब डॉलर से ज्यादा का आईफोन एक्सपोर्ट किया है. तो भारत ने 2 अरब डॉलर का डिफेंस गुड्स एक्सपोर्ट किया है. कई औद्योगिक समूह जिसमें अंबानी, अडानी, टाटा, वेंदाता शामिल है वो और भी बड़े होते जा रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ऐसे सैकड़ों समूह बनाना चाहते हैं जिससे रोजगार के अवसर बढ़े. 


कई मल्टीनेशनल कंपनियां चीन से निकलना चाहती हैं. टाटा कह चुकी है अगले 7 से 8 वर्षों में 1 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी. यही हम अंबानी अडानी और वेंदाता से भी उम्मीद करते हैं. अगर ये 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गए तो 12 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ हम तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जायेंगे. हमारी   per capita income भी 2500 डॉलर से बढ़कर 10000 डॉलर हो जाएगी. यही वजह है कि मैं माइक्रो कैप को पसंद कर रहा हूं. डिमैट की संख्या दोगुनी हो गई है. शेयर बाजार में भागादारी 2.36% से बढ़कर 4.68% हो गई है. जो बढ़कर 15 फीसदी आने वाले वर्षों में हो जाएगी. 


इसका मतलब हुआ कि स्टॉक्स की मांग बढ़ने वाली है. CNI RESEARCH का फोकस माइक्रो कैप का पहचान करना है. ये बाजार के हिडेन जेम्स हैं. क्योंकि ये बेहद सस्ते दामों पर उपलब्ध है. लार्ज कैप से आप पैसे नहीं बना सकते. माइक्रो कैप के जरिए ही वेल्थ बनाया जा सकता है. हमने  Sunil Agro, Gtv Engg, Aanchal Ispat, Alpine Housing, Akar Auto, Artefact, Metal Coating, Vipul Organics, Rdb Rasayan, Triveni Glass, Global Offshore, M K Exim, Integra, Coro Engg, Solimac, Renuka Sugar, Swiss Military, Sitinetwork, और Inspirisys की पहचान की है. AKAR AUTO एक शानदार स्टॉक साबित होने वाला है. कुछ लोग चुपचाप खरीदारी कर रहे हैं. यानि जल्द ही ये शेयर फटने वाला है. 


हमारी टीम ने बहुत रिसर्च कर आपके लिए ये रिपोर्ट तैयार किया है. जिससे आप सही फैसला ले सकें. 


(ये लेखक के निजी विचार है) 
किशोर पी ओस्टवाल
सीएमडी
सीएनआई रिसर्च लिमिटेड