घरेलू शेयर बाजार पिछले कुछ महीनों से शानदार रैली के रॉकेट पर सवार है. यही कारण है कि लगभग हर सेशन में बाजार नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने में कामयाब हो रहा है. इस शानदार रैली ने बाजार को एमकैप के मामले में भी रिकॉर्ड बनाने का मौका दिया है. आंकड़ों के अनुसार, बीते 6 महीने में ही घरेलू बाजार एमकैप में 1 ट्रिलियन डॉलर जोड़ने में कामयाब हुआ है.


इस साल 25 फीसदी की आई रैली


भारतीय शेयर बाजार पर लिस्टेड सभी कंपनियों का सम्मिलित मार्केट कैप सिर्फ इस साल लगभग 25 फीसदी बढ़ा है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में अब तक भारतीय बाजार के एमकैप में 24.5 फीसदी की बढ़ोतरी आई है और ओवरऑल साइज अब 5.23 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. अभी वंद सप्ताह पहले ही बाजार ने पहली बार 5 ट्रिलियन डॉलर एमकैप हासिल करने में कामयाबी पाई थी.


चीन को हुआ इतना नुकसान


इसके साथ ही भारत अब दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा शेयर बाजार बन चुका है और 5 ट्रिलियन डॉलर क्लब में पहले से मौजूद अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग की कतार में शामिल हो गया है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट बताती है कि बीते 6 महीनों में जब भारतीय शेयर बाजार एमकैप को 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ाने में कामयाब हुआ है, उसी दौरान दूसरे सबसे बड़े शेयर बाजार चीन को एमकैप में 1.06 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है.


लगातार 9वें साल फायदे की राह


घरेलू बाजार की यह रैली अनायास नहीं है. बीते कुछ सालों से भारतीय बाजार लगातार ऊपर चढ़ रहा है. यह साल अब तक लगभग आधा बीत चुका है क्योंकि जून का महीना अंतिम पायदान पर है. अब तक के हिसाब से बाजार 2024 में लगभग 25 फीसदी के फायदे में दिख रहा है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में अनुमन जाहिर किया गया है कि 2024 भारतीय बाजार के लिए फायदे वाला लगातार 9वां साल साबित हो सकता है.


11 में से 8 सेशन में नया रिकॉर्ड


भारतीय बाजार एक दिन पहले भी नया ऑल टाइम हाई बनाने में कामयाब हुआ था. बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स ने 78,759.40 अंक का और निफ्टी ने 23,889.90 अंक का नया उच्च स्तर बनाया. पिछले 11 में से 8 सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी ने नए ऑल टाइम हाई लेवल का रिकॉर्ड बनाया है. सिर्फ जून महीने में ही बाजार में 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की जा चुकी है.


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