Stock Market Update: देश में लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है. इसके बावजूद भारतीय शेयर बाजार में बीते तीन महीने से शानदार तेजी देखी जा रही है. मंगलवार को निफ्टी लाइफटाइम हाई को छूने में कामयाब रहा है. और ये माना जा रहा है कि शेयर बाजार में जारी तेजी का सिलसिला मई में भी जारी रह सकता है. इसकी बड़ी वजह शानदार इकोनॉमिक ग्रोथ की उम्मीद के साथ लोकसभा चुनावों में मौजूदा सरकार के दोबारा से सत्ता में आने की संभावना और घरेलू निवेशकों की ओर से बाजार में जोरदार निवेश और बढ़ता भरोसा जिम्मेदार है. उसपर से जीएसटी कलेक्शन अप्रैल 2024 में पहली बार 2 लाख करोड़ रुपये के पार जा पहुंचा है.
जनवरी 2024 में बाजार में गिरावट के बाद बीएसई सेंसेक्स 0.67 फईसदी घट गया था. लेकिन फरवरी के बाद से बाजार में तेजी का सिलसिला बना हुआ है. फरवरी में बीएसई सेंसेक्स 1.04 फीसदी मार्च में 1.58 फीसदी की मजबूती देखी गई. अप्रैल में सूचकांक 1.12 फीसदी चढ़ा है. मास्टर कैपिटल सर्विस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, बाजार में तेजी का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है. इसका एक प्रमुख कारण घरेलू संस्थागत निवेश्कों के साथ व्यक्तिगत निवेशकों दोनों की मजबूत भागीदारी है. उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में अगर बाकी बचे हुए कंपनियों के वित्तीय नतीजे अच्छे रहे तो बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद है.
अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, अगर पश्चिम एशिया में तनाव कम होता है, कंपनियों के वित्तीय नतीजे अच्छे रहते हैं और चीनी अर्थव्यवस्था में मजबूती दिखती है तो बाजार में मजबूती देखने को मिल सकती है. उन्होंने कहा, बाजार अलग अलग कारणों के चलते रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है. भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती के साथ सकारात्मक बाजार के सेंटीमेंट ने निवेशकों के भरोसे को बढ़ाया है.
बीएसई सेंसेक्स 9 अप्रैल 2024 को कारोबार के दौरान 75,124.28 अंक के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. सेंसेक्स उसी दिन पहली बार ऐतिहासिक 75,000 अंक के स्तर को पार किया था. सेंसेक्स 10 अप्रैल को पहली बार 75,000 अंक के ऊपर बंद हुआ. 30 अप्रैल को निफ्टी भी 22,783 अंकों के लाइफटाइम हाई पर जा पहुंचा था. बीएसई की लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 8 अप्रैल को पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया. मौजूदा समय में बाजार का मार्केट कैप 406.55 लाख करोड़ रुपये है.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के एमडी सुनील न्याति ने कहा, इस साल की शुरुआत से हाई वैल्यूएशन को लेकर चिंताओं के बावजूद मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में तेजी जारी है. इसका कारण पर्याप्त घरेलू नकदी और भारतीय अर्थव्यवस्था के सकारात्मक होना शामिल है.
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