भारतीय पटरी पर बुलेट ट्रेन के पहली बार फर्राटा भरने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक अहम अपडेट है. देश की पहली बुलेट ट्रेन जापान से आने वाली है, जिसके लिए भारतीय रेलवे की बातचीत चल रही है. हालांकि उसके लिए कम से कम दो साल का इंतजार करना पड़ सकता है.


जापान के साथ अभी चल रही है बात


हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे की अभी अपने जापानी समकक्षों के साथ बातचीत चल रही है. बातचीत फाइनल होने के बाद भारत में चलने वाली पहली बुलेट ट्रेन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई का शेड्यूल फाइनल होगा. हालांकि उसमें कम से कम दो साल का समय लग सकता है. भारत की पहली बुलेट ट्रेन का संचालन गुजरात के अहमदाबाद से महाराष्ट्र के मुंबई के बीच होने वाला है.


320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से संचालन


रिपोर्ट के अनुसार मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए जापानी बुलेट ट्रेन शिनकानसेन ई5 के संचालन पर बात चल रही है. इस ट्रेन का परिचालन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से होगा. यह हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर भारत में बुलेट ट्रेन का पहला प्रोजेक्ट है. इस कॉरिडोर का इस्तेमाल 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक की स्पीड वाली सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों की टेस्टिंग में भी होगा.


इस साल के अंत तक ऑर्डर होने की उम्मीद


रिपोर्ट में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन के लिए Shinkansen E5 का ऑर्डर इस साल के अंत तक चला जाएगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (NHSRCL) के एक अधिकारी ने अखबार को बताया कि Shinkansen E5 के ऑर्डर के लिए बातचीत चल रही है, जो जल्द फाइनल होने की उम्मीद है.


350 किलोमीटर तक की स्पीड पर चलाना संभव


NHSRCL के अधिकारी ने ये भी बताया कि अहमदाबाद से मुंबई के बीच बन रहे कॉरिडोर पर 350 किलोमीटर प्रति घंटे तक की स्पीड से ट्रेनों का परिचालन किया जा सकता है. हालांकि अभी बुलेट ट्रेन का परिचालन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से करने की योजना है. अधिकारी ने बताया कि NHSRCL से सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों के ट्रायल के लिए कॉरिडोर का इस्तेमाल करने के बारे में संपर्क किया गया, जिसके लिए NHSRCL ने हामी भर दी है.


इनकी जगह पर चलेंगी सेमी हाई स्पीड ट्रेन


दरअसल भारत में सेमी हाई स्पीड ट्रेन की मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में भी काम चल रहा है. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने इस महीने की शुरुआत में ही दो चेयर कार हाई स्पीड ट्रेन का टेंडर निकाला है. ऐसा कहा जा रहा है कि राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों की जगह पर भविष्य में सेमी हाई स्पीड ट्रेनें चलाई जा सकती हैं, जिनकी स्पीड 250 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों का परिचालन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से होता है.


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