देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पिछले साल नवंबर में उछलकर 8.51 अरब डॉलर रहा. एक साल पहले 2019 के इसी माह में यह 2.8 अरब डॉलर था. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार विदेशी निवेश की कमाई को दोबारा इस देश में निवेश और अन्य पूंजी को मिलाकर कुल एफडीआई आलोच्य महीने में 81 प्रतिशत बढ़कर 10.15 अरब डॉलर रहा.


कोविड-19 महामारी के बावजूद विदेशी निवेशकों को भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्वास बरकरार रहा. इस बात का सबूत विदेशी निवेशकों द्वारा भारत में किए गए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के आंकड़े दे  रहे हैं. केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक पिछले साल अप्रैल से नवंबर के बीच की यह राशि किसी भी एक वित्त वर्ष के पहले 8 महीने में देश में आए FDI से अधिक है. वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 8 महीने यानी अप्रैल से नवंबर के बीच भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 22% बढ़ गया है. इसमें 58.37 बिलियन डॉलर यानी 4.26 लाख करोड़ रुपए से अधिक की बढ़ोतरी हुई.


आंकड़े के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान एफडीआई 37 प्रतिशत बढ़कर 43.85 अरब डॉलर रहा. मंत्रालय ने कहा, ‘‘एफडीआई के मामले में नीतिगत सुधारों, निवेश करना आसान बनाने और कारोबार सुगमता के उपायों को लेकर सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से देश में एफडीआई प्रवाह बढ़ा है.’’


वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रालय ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा निवेश इक्विटी के जरिए आया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान इक्विटी में विदेशी निवेशकों ने 43.85 बिलियन डॉलर यानी 3.20 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया.