नवंबर महीने के दौरान भारत के औद्योगिक उत्पादन में एक बार फिर से तेजी दर्ज की गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2023 के दौरान भारत के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक यानी आईआईपी में करीब ढाई फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इससे पहले अक्टूबर 2023 में भी आईआईपी में तेजी दर्ज की गई थी.
हर महीने की 12वीं तारीख को आंकड़ा
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने शुक्रवार देर शाम देश के कारखानों के उत्पादन के आंकड़ों की जानकारी दी. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का त्वरित अनुमान हर महीने की 12 तारीख को जारी किया जाता है. अगर महीने की 12वीं तारीख को कोई सार्वजनिक अवकाश रहता है तो ऐसी स्थिति में मंत्रालय एक दिन पहले ही डेटा जारी कर देता है. यह डेटा 6 महीने के गैप से पब्लिश किया जाता है.
अक्टूबर में था 16-महीने का हाई
ताजे आंकड़ों के अनुसार, नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन का सूचकांक 141 रहा. यह साल भर पहले की तुलना में 2.4 फीसदी ज्यादा है. इससे पहले अक्टूबर 2023 के महीने में आईआईपी 144.5 पर रहा था, जो साल भर पहले की तुलना में 11.7 फीसदी ज्यादा था. अक्टूबर महीने के दौरान देश के कारखानों के में उत्पादन 16 महीने की सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई थी.
8 महीने में सबसे धीमी बढ़ोतरी
चालू वित्त वर्ष में अब तक आईआईपी के मोर्च पर अच्छे आंकड़े देखने को मिले हैं. अप्रैल से लेकर नवंबर तक हर महीने आईआईपी में ग्रोथ रिकॉर्ड की गई है. हालांकि नवंबर महीने में आईआईपी ग्रोथ की रफ्तार कुछ कम जरूर पड़ी है. यह कारखानों के उत्पादन में 8 महीनों की सबसे धीमी वृद्धि है. इससे पहले मार्च 2023 में आईआईपी में सबसे कम 1.7 फीसदी की वृद्धि आई थी.
ऐसा रहा खुदरा महंगाई का हाल
दूसरी ओर आज खुदरा महंगाई के भी आंकड़े जारी किए गए. खुदरा महंगाई में पिछले महीने यानी दिसंबर 2023 के दौरान कुछ तेजी दर्ज की गई है. आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर महीने के दौरान खुदरा महंगाई की दर 5.69 फीसदी रही. उससे पहले नवंबर 2023 में खुदरा महंगाई 5.55 फीसदी रही थी. दिसंबर के दौरान खुदरा महंगाई की दर 4 महीने के उच्च स्तर पर है.
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