Indigo Q4 Results: महंगे हवाई ईंधन के चलते इंडिगो को चौथी तिमाही में भारी नुकसान, 1681.80 करोड़ रुपये का हुआ घाटा
Indigo Q4 Results Update: ATF पर इंडिगो का खर्च 68 फीसदी बढ़कर 3.220.58 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो बीते वर्ष इसी तिमाही में 1914.46 करोड़ रुपये रहा था.
Indigo Q4 Results: महंगे हवाई ईंधन (Costly ATF) का खामियाजा अब एयरलाइंस कंपनियों ( Airlines Companies) को उठाना पड़ रहा है. देश की दिग्गज एयरलाइंस इंडिगो ( Indigo) ने जो अपनी तिमाही नतीजे पेश किए हैं उसके मुताबिक हवाई ईंधन के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के चलते एयरलाइंस को 2021-22 की चौथी तिमाही में जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है. इंडिगो को चौथी तिमाही में 1681.80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हवाई ईंधन पर कंपनी का खर्च बढ़ा है.
हवाई ईंधन पर 68 फीसदी बढ़ा खर्च
2021-22 की चौथी तिमाही में इंडिगो का रेवेन्यू 8,020.75 करोड़ रुपये रहा है जबकि बीते वर्ष इसी तिमाही में रेवेन्यू 6,222.95 करोड़ रुपये रहा था. पेसेंजर टिकट से एयरलाइंस को 6,884.70 करोड़ रुपये रेवेन्यू हासिल हुआ है जो कि बीते साल के मुकाबले 38.4 फीसदी ज्यादा है. जूकि एंसियेलरी रेवेन्यू 1058.30 करोड़ रुपुये रहा है जो 18.8 फीसदी ज्यादा है. इसी अवधि में हवाई ईंधन पर खर्च 68 फीसदी बढ़कर 3.220.58 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है जो बीते वर्ष इसी तिमाही में 1914.46 करोड़ रुपये रहा था. इंडिगो के नतीजों पर एयरलाइंस के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि बीते तिमाही के पहले भाग में ओमीक्रोन वायरस के चलते कठिन रहा है जब मांग में कमी आ गई थी. हालांकि बाद में मांग में सुधार देखा गया. लेकिन हवाई ईंधन की ऊंची तीमतों और रुपये में डॉलर के मुकाबले कमजोरी ने संकट बढ़ा दिया है.
एक साल में 90% से ज्यादा महंगा हुआ ATF
दरअसल हवाई ईंधन के दामों में इस वर्ष रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. साल 2022 में विमान ईंधन की कीमतों में 10वीं बार इजाफा हुआ है. बीते वर्ष मई से लेकर इस मई तक एक साल में कच्चे तेल के दामों में भारी उछाल के बाद हवाई ईंधन के दामों में 90 फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है. देश की राजधानी में एटीएफ का दाम123,039.71 रुपये प्रति किलोलीटर यानि (123 रुपये लीटर) पर पहुंच गया है. यह एटीएफ (ATF) का सबसे उच्चतम स्तर है. एटीएफ की कीमत अगस्त, 2008 में 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर थी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 147 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर थी.
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