इंडिगो एयरलाइन में एक बड़ी हिस्सेदारी बिकने वाली है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गंगवाल परिवार, जो इसके प्रमोटर हैं ब्लॉक डील के माध्यम से 450 मिलियन डॉलर यानी 3,730 करोड़ रुपये के शेयर बुधवार को बेच सकता है. गंगवाल परिवार 15.6 मिलियन शेयर ब्लॉक डील में रखेगा, जिसके प्रति शेयरों की कीमत 2,400 रुपये होगी. इन शेयरों पर 5.8 फीसदी की छूट दी गई है.
इकोनॉमिक टाइम्स ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि इस डील में मॉर्गन स्टैनली, जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन सैक्स बैंकर हैं. बीएसई डाटा के मुताबिक, गंगवाल फैमिली के पास इंडिगो एयलाइन्स में 29.72 फीसदी की हिस्सेदारी है और जून 2023 के अंत तक प्रमोटरों के पास इसकी कुल हिस्सेदारी 67.77 फीसदी थी.
इंडिगो में करंट मार्केट प्राइस के हिसाब से कुल गंगवाल फैमिली के पास 29,218 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी है और भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 98,313 करोड़ रुपये है. जून 2022 में गंगवाल फैमिली की हिस्सेदारी इस एयरलाइन में 36.66 फीसदी थी और इसके को-फाउंडर राकेश गंगवाल तब से अपनी हिस्सेदारी में कटौती कर रहे हैं.
पिछले साल फरवरी में राकेश गंगवाल ने इंडिगो बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि अगले पांच साल में वह हिस्सेदारी बेचेंगे. गौरतलब है कि परिचालन के मौके पर इंडिगो को वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 3,090 करोड़ रुपये का लाभ हुआ और 17,160 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. अब तक का सबसे अधिक तिमाही लाभ और राजस्व, जो आम सहमति की अपेक्षा से 80 फीसदी अधिक था.
इसने जून 2023 तिमाही में 88.6 फीसदी लोड फैक्टर के साथ 26.2 मिलियन यात्रियों को यात्रा कराई. जून 2023 के अंत में इंडिगो के पास 316 विमानों का बेड़ा था और तिमाही के दौरान कुल 12 यात्री विमान जोड़े गए. एयरलाइन वित्तीय वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही की तुलना में लगभग 25 फीसदी बेड़ा बढ़ाने पर विचार कर रही है.
ये भी पढ़ें