Macdonald-Starbucks: दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में मैक्डोनाल्ड, स्टारबक्स और बर्गर किंग जैसी कंपनियों को बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है. कई संस्थाएं अक्टूबर से ही लगातार सोशल मीडिया के जरिए अपील कर रहे हैं कि इन ग्लोबल कंपनियों के प्रोडक्ट न खरीदे जाएं. हमास के साथ जारी जंग में इन कंपनियों द्वारा इजरायल को समर्थन देने की वजह से इंडोनेशिया के लोग खफा हो गए हैं.
इजरायल सेना को फ्री मील देने का एलान किया था
मैक्डोनाल्ड ने सोशल मीडिया के जरिए घोषणा की थी कि वह इजरायल सेना को फ्री मील देगी. इसके बाद कई संगठन सक्रिय हो गए और इजरायल में बने प्रोडक्ट के साथ ही इन कंपनियों का भी बहिष्कार करने लगे. मैक्डोनाल्ड इंडोनेशिया ने पिछले हफ्ते ही फिलिस्तीन को लगभग 96 हजार डॉलर की मानवीय सहायता देने की घोषणा की थी. मैक्डोनाल्ड भले ही अमेरिकी कंपनी है लेकिन, पूरी दुनिया में इसके रेस्टोरेंट स्थानीय लोगों के मालिकाना हक में हैं. इसलिए ज्यादातर मुस्लिम देशों में कंपनी की फ्रेंचाइजी ने फिलिस्तीन और गाजा पट्टी के लोगों को समर्थन दिया है.
सुरक्षा कारणों के चलते ज्यादातर रेस्टोरेंट बंद
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने अपने अमरीकी समकक्ष जो बिडेन से गाजा में चल रहे इजरायली सेना के ऑपरेशन को बंद करवाने के लिए बातचीत की थी. देश में इजरायल का दूतावास तक नहीं है. रविवार को विदेश मंत्री रत्नो मारसुदी और जकार्ता के पूर्व गवर्नर अनीस बासवेदन ने फिलिस्तीन के सर्थन में रैली निकाली. इसके बाद सुरक्षा चिंताओं के चलते मैक्डोनाल्ड और स्टारबक्स के ज्यादातर रेस्टोरेंट बंद रहे. मौलवियों ने भी इजरायल का समर्थन करने वालों का विरोध करने की अपील की है.
सूने होने लगे हैं इन कंपनियों के रेस्टोरेंट
लगातार हो रहे विरोध के चलते इन ग्लोबल ब्रांड्स के कई रेस्टोरेंट सूने रहने लगे हैं. इनके बिजनेस में जबरदस्त गिरावट आई है. मैक्डोनाल्ड ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि वह किसी सरकार का सपोर्ट नहीं करती है. किसी भी स्थानीय पार्टनर के फैसले का वह खुद जिम्मेदार है. कंपनी सभी लोगों की सुरक्षा और शांति की कामना करती है.
ये भी पढ़ें
Alert from SBI : देश के सबसे बड़े बैंक ने 50 करोड़ कस्टमर को दी चेतावनी, इस फर्जी मैसेज का जवाब न दें