नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के नतीजों का सीजन चल रहा है और बड़ी कंपनियों, बैंकों के नतीजे आ रहे हैं. कल आईटी दिग्गज टीसीएस के नतीजे आए थे और आज प्राइवेट सेक्टर के 2 बड़े बैंकों इंडसइंड और यस बैंक ने अपने चौथी तिमाही के नतीजे पेश किए हैं.


यस बैंक ने 2016-17 की चौथी और आखिरी तिमाही में शुद्ध लाभ 30.2 फीसदी बढ़त के साथ 914.12 करोड़ रुपये दर्ज किया है. हालांकि इस दौरान बैंक के एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट्स बढ़ गए हैं. प्राइवेट सेक्टर के इस बैंक ने 2015-16 में चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान 702.11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था.


बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी कुल आय पिछले साल की इसी चौथी तिमाही में 4333.11 रुपये से 29.4 फीसदी बढ़कर 5606.38 करोड़ रुपये हो गई है.


हालांकि बैंक के (एनपीए) 31 मार्च, 2017 को उसके द्वारा दिये गये कुल कर्ज के साल भर पहले की 0.76 फीसदी से बढ़कर 1.52 फीसदी हो गए हैं. नेट एनपीए बैंक के कुल कर्ज का 2.29 फीसदी से बढ़कर 0.81 फीसदी हो गया है.


इंडसइंड बैंक के नतीजे


वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में इंडसइंड बैंक का शुद्ध लाभ 21.1 फीसदी बढ़कर 751.61 करोड़ रुपये रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की जनवरी-मार्च तिमाही में 620.35 करोड़ रुपये था.


शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि समीक्षावधि में बैंक की कुल आय 22.4 फीसदी बढ़कर 5,041.31 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4,120.16 करोड़ रुपये रही थी.


इस दौरान बैंक के नेट (एनपीए) उसके कुल कर्ज का 0.93 फीसदी रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 0.87 फीसदी पर रहा था. यानी बैंक के एनपीए बढ़े हैं. कंपनी का नेट एनपीए उसके कुल कर्ज का 0.39 फीसदी रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 0.36 फीसदी था.


पूरे वित्त वर्ष 2016-17 में बैंक का शुद्ध लाभ 25.4 फीसदी बढ़कर 2867.89 करोड़ रुपये रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 में 2286.45 करोड़ रुपये रहा था. इसी तरह पूरे साल की बात की जाए तो पूरे वित्त वर्ष में बैंक की कुल आय 22.5 फीसदी बढ़कर 18,577.16 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले साल 15,168.69 करोड़ रुपये थी.


इंडसइंड बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 6 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड देने की सिफारिश की है.