अर्थव्यवस्था के मोर्च पर सरकार के लिए कुछ राहत भरी खबरों का आना शुरू हो गया है. अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन में 3.6 फीसदी का इजाफा दर्ज हुआ है. शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 3.6 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली है. यह पिछले आठ महीने के दौरान टॉप पर पहुंच गया है. सरकार की तरफ से जारी डेटा के मुताबिक अक्टूबर में देश में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक यानी IIP में 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल अक्टूबर में इसमें 6.6 फीसदी गिरावट आई थी. यह लगातार दूसरा महीना है जब देश में फैक्ट्री उत्पादन पॉजीटिव रहा. लगातार छह महीनों की गिरावट के बाद सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में 0.2 फीसदी की मामूली बढ़त दर्ज की गई थी.


बिजली और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर चमके लेकिन माइनिंग में गिरावट 


अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन के जिन मोर्चों पर बेहतर प्रदर्शन देखने को मिला है, उनमें बिजली और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर सबसे आगे हैं. बिजली सेक्टर में अक्टूबर के दौरान (सालाना आधार पर) 11.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, वहीं मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में क्षेत्र में 3.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई. हालांकि, माइनिंग सेक्टर के उत्पादन में 1.5 फीसदी की गिरावट आई.


इकनॉमी में बेहद कमजोर रिकवरी 


इससे पहले सितंबर में पहली बार देश के फैक्ट्री प्रोडक्शन में बढ़ोतरी दिखी थी. सितंबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अर्थव्यवस्था में हाल के कुछ आंकड़ों ने थोड़ी उम्मीद जताई है. आरबीआई का मानना है कि देश में इकनॉमी में रिकवरी शुरू हो गई है. तीसरी तिमाही में ग्रोथ में अच्छी खासी बढ़त दिख सकती है. हालांकि अभी तक इकनॉमी में ग्रीन शूट्स के संकेत नहीं दिख रहे हैं. सरकार की ओर से जिन राहत पैकजों का ऐलान किया गया था उसका भी कोई खास असर नहीं दिख रहा है. देश में नवंबर में लगातार दूसरे महीने रोजगार में गिरावट आई है. नवंबर में 35 लाख लोग नौकरियों से बाहर हो गए.


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