IIP Data: देश की औद्योगिक विकास की रफ्तार में लगातार गिरावट देखी जा रही है. अगस्त महीने में तो इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) 18 महीने के निचले स्तर नेगेटिव में चला गया है. अगस्त में आईआईपी ( Index of Industrial Production) ग्रोथ रेट -0.8 फीसदी रहा है जबकि जुलाई, 2022 में 2.2 फीसदी रहा था. जबकि एक साल पहले समान महीने में औद्योगिक उत्पादन 13 प्रतिशत के दर से बढ़ा था. सांख्यिकी मंत्रालय ( Ministry of Statistics and Programme Implementation) ने ये आंकड़े जारी किए हैं. 


इस वर्ष मई महीने में  इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़ा 19.6 फीसदी पर जा पहुंचा था. लेकिन उसके बाद से लगातार इसमें गिरावट आ रही है और अब तो ये नेगेटिव में जा चुका है. हालांकि माना जा रहा है कि लो बेस इफेक्ट के चलते ये आंकड़ा आया है. 


आईआईपी के जरिए देश के औद्योगिक विकास की गति को मापा जाता है जिससे पता लगाया जाता है कि देश के औद्योगिक विकास की रफ्तार किस गति से आगे बढ़ रही है. सांख्यिकी मंत्रालय के मुताबिक सितंबर महीने में माइनिंग आउटपुट  (Mining Output) - 3.9 फीसदी रहा है जबकि पावर जेनरेशन ( Power Generation)  1.4 फीसदी के दर से बढ़ा है. आंकड़ों के अनुसार, अगस्त, 2022 में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र ( Manufacturing Sector) का उत्पादन - 0.7 फीसदी रहा है. इसके अलावा खनन उत्पादन में 3.9 प्रतिशत की गिरावट आई है.  


गौरतलब है कि अप्रैल, 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण औद्योगिक उत्पादन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था और यह 57.3 प्रतिशत नीचे आ गया था. 


एक तरफ औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में गिरावट देखी जा रही है तो दूसरी तरफ खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है. सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 7.41 फीसदी पर जा पहुंचा है. 


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