Edible Oil Import Duty: भारत में बढ़ी खाने के तेलों की डिमांड, आयात बिल का खर्च ₹1.57 लाख करोड़ पहुंचा
Edible Oil के आयात बिल का खर्च 1.57 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है. तेल आयात की मात्रा 6.85 फीसदी बढ़त के साथ 140.3 लाख टन हो गई है.
Edible Oil Import Duty In India: भारत के खाद्य तेलों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. भारत के खाद्य तेलों के आयात बिल (Edible Oil Import Duty) में 34.18 प्रतिशत का जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है. यह रिकॉर्ड साल 2022 अक्टूबर महीने के अंत तक का है. खाद्य तेलों के आयात बिल का खर्च 1.57 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है. इसी तरह तेल आयात की मात्रा में 6.85 फीसदी बढ़त के साथ 140.3 लाख टन हो गई है. बता दे कि भारत दुनिया में सबसे बड़ा खाद्य तेल खरीदार भी है.
बड़ी तेजी से बढ़ी मांग
देश में हाल के कुछ महीनों में खाने के तेलों की मांग में बड़ी तेजी के साथ बढ़ी है. इसके चलते तेलों के आयात पर होने वाला खर्च बढ़ा है. SEA रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 2020-21 (नवंबर-अक्टूबर) के दौरान 131.3 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया था. पिछले साल भारत ने तेलों की खरीदारी पर 1.17 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे. लेकिन अक्टूबर 2022 तक यह खर्च बढ़कर 1.57 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है. खाद्य तेलों का आयात इस वित्त वर्ष की शुरुआती दो तिमाही में लगातार बढ़ी है, जबकि तीसरी तिमाही में गिरावट दर्ज हुई है.
इस तेल की डिमांड हुई दोगुनी
एसईए (SEA) के अनुसार, जिन तेलों के आयात में सबसे अधिक हुआ है. इसमें आरबीडी पामोलीन तेल (RBD Palmolein Oil) के आयात में दोगुने की बढ़ोत्तरी हुई है. इस तेल का आयात 2021-22 में 18.41 लाख टन है, जबकि पिछले साल इसकी मात्रा 6.86 लाख टन रही थी. कच्चे पाम तेल (Crude Palm Oil) का आयात 74.91 लाख टन के मुकाबले 20 प्रतिशत घटकर 59.94 लाख टन पहुंच गया है.
इस तेल की डिमांड हुई कम
कच्चे पाम कर्नेल तेल (Crude Palm Kernel Oil - CPKO) का आयात इसी अवधि में 1,43,000 टन से घटकर 80,000 टन रह गया है. सॉफ्ट ऑयल में सोयाबीन तेल का आयात सबसे तेजी से बढ़कर 41.71 लाख टन हुआ है. पिछले साल इसका आयात 28.66 लाख टन रहा था. सूरजमुखी तेल की सप्लाई कम होने से सोयाबीन तेल के आयात में बढ़ोतरी हुई है.
पाम तेल की सप्लाई रही कम
मालूम हो कि मार्च-अप्रैल में पाम तेल (Palm Oil) की सप्लाई कम रही है, जिससे इसके भाव में तेजी आई. इसके बाद इंडोनेशिया ने मई-जून महीने में पाम तेल के निर्यात पर पाबंदी लगा दी. इससे भारत की पाम ऑयल खरीदारी रुक गई. जिसके कारण भारत में पाम ऑयल का आयात 2021-22 में घटकर 79.15 लाख टन ही रह गया. इससे पिछले साल में यह आयात 83.21 लाख टन पर रहा था.
निर्यात से हटाई पाबंदी
वित्तवर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में खाद्य तेलों के आयात बढ़ोतरी देखी गई है. इंडोनेशिया ने अपने पाम ऑयल (Palm Oil) के निर्यात से पाबंदी हटा ली है. इसके बाद पूरी दुनिया में खाद्य तेलों के दाम कम हो गए. भारत ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आई गिरावट का फायदा उठाकर बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों का आयात किया है.
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