RBI Repo Rate: उद्योग जगत ने जताई उम्मीद, अब थम सकता है रेपो रेट में बढ़ोतरी का सिलसिला
Repo Rate Hike: RBI बैंक ने आज रेपो रेट में तेजी के साथ इजाफा कर दिया है, जिसके बाद उद्योग घराने से जुड़े विशेषज्ञों ने अपनी राय पेश कर दी है. जानिए उद्योग जगत का क्या कहना है.
Industry Experts On RBI Repo Rate Hike: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज बुधवार को मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रेपो रेट दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया है. इस खबर के आने के बाद से हर व्यक्ति को EMI के बढ़ने की चिंता सताने लगी है. इस मामले पर उद्योग जगत के विशेषज्ञों (Industry Expert) ने अलग-अलग बातें कही है. विशेषज्ञों का मानना है कि, RBI की ओर से पिछले साल 2022 मई से रेपो दर में वृद्धि का चक्र शुरू हुआ था, जो अब थम जाएगा. यह लगातार छठी बार इजाफा हुआ है. केंद्रीय बैंक ने मई से अब तक रेपो दर में लगभग 2.50 प्रतिशत की वृद्धि की है. जानिए इस बारे में उद्योग जगत की राय क्या है...
कब कितनी बढ़ी रेपो रेट
केंद्र सरकार ने यह कदम वैश्विक दबाव के बीच बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए उठाया है. आरबीआई की तरफ से पिछले साल 2022 दिसंबर में रेपो दर में 0.35 प्रतिशत, मई में 0.40 प्रतिशत और जून, अगस्त व सितंबर महीने में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की थी.
ब्याज दर में यह आखिरी बढ़ोतरी
उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव दीपक सूद का कहना है कि, “इसमें कोई शक नहीं है कि आज चुनौतीपूर्ण वैश्विक वातावरण के बीच आरबीआई ने देश में महंगाई कम करने के लिए यह फैसला किया है, जोकि RBI की प्राथमिकता भी है. केंद्रीय बैंक ने बहुत प्रशंसनीय काम करते हुए महंगाई को काबू में रखा है. उन्होंने कहा कि, हमारा मानना है कि मौजूदा चक्र में यह ब्याज दरों में आखिरी वृद्धि है.
अगले साल 6 प्रतिशत से नीचे रहेगी रेपो रेट
सुभ्रकांत पांडा, अध्यक्ष, फिक्की (Subhrakant Panda, President, FICCI) का कहना है कि, "रिज़र्व बैंक द्वारा पॉलिसी रेपो दर में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी उम्मीदों के अनुरूप है. लेकिन अगले साल 2024 में यह 6 प्रतिशत से नीचे रहने की उम्मीद है और कुछ हद तक राहत मिलेगी. केन्द्रीय बैंक से उम्मीद है कि वह अपनी पूरी क्षमता हासिल करने वाली अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करते हुए सतर्क रहेगा.
महंगाई को रोकने के लिए कदम
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस (Madan Sabnavis, Chief Economist, Bank of Baroda) ने आरबीआई की नीतिगत समीक्षा पर कहा है कि फिलहाल यह लगता है कि अभी महंगाई के ऊपर जाने का जोखिम हो सकता है, इसलिए ब्याज दरें बढ़ाई गई हैं. चालू वर्ष में दरों में कटौती की अधिक संभावना नहीं दिखती है.
2-4 फीसदी बढ़ेगी ईएमआई
एंड्रोमेडा सेल्स और अपनापैसाडॉटकॉम के कार्यकारी चेयरमैन वी स्वामीनाथन (V Swaminathan, Executive Chairman, Andromeda Sales and ApnaPaisa.com) का कहना है कि, आज रेपो दर में वृद्धि 0.25 प्रतिशत है, जिससे ईएमआई लगभग 2-4 प्रतिशत तक महंगी हो जाएगी. कर्जदारों को अपना लोन चुकाने के लिए या तो हर किस्त में अतिरिक्त पैसा देना होगा या कर्ज का समय बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि, मई, 2022 के बाद से रेपो दर में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है. इसके बाद अब RBI की मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक का आयोजन 3 से 6 अप्रैल, 2023 के बीच होगा.
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