Inequality: कम हुई देश में अमीरी और गरीबी की खाई, सबसे अमीर इस राज्य के ग्रामीण
Inequality in India: एनएसएसओ की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि बीते 10-12 सालों की अवधि के दौरान भारत में अमीरों और गरीबों के बीच फर्क कम हुआ है...
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भारत में आर्थिक असमानता बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा है. कुछ समय पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में अमीरों और गरीबों के बीच खाई ब्राजील और रूस जैसे देशों से भी ज्यादा हो गई है. हालांकि अब इस मोर्चे पर एक राहत भरी खबर आई है. एनएसएसओ की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि भारत में आर्थिक असमानता में कुछ कमी आई है.
केरल के ग्रामीण सबसे समृद्ध
नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस यानी एनएसएसओ की रिपोर्ट के अनुसार, 2011-12 से 2022-23 के दौरान देश में आर्थिक असमानता में अच्छी कमी आई है. अमीरों और गरीबों के बीच की खाई शहरी और ग्रामीण दोनों तरह के क्षेत्रों में कम हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों के हिसाब से केरल सबसे अमीर राज्य है, जहां प्रति व्यक्ति मासिक उपभोग व्यय 5,924 रुपये है.
सबसे अमीर तेलंगाना के शहरी
एनएसएसओ की हाउसहोल्ड कंजम्पशन रिपोर्ट के अनुसार, केरल ग्रामीण इलाकों के मामले में सबसे अमीर राज्य है, लेकिन शहरी इलाकों के हिसाब से तेलंगाना सबसे आगे है. तेलंगाना के शहरी इलाकों में उपभोग पर लोग औसतन हर महीने 8,158 रुपये खर्च कर रहे हैं. यह औसत देश के अन्य राज्यों के शहरी इलाकों की तुलना में सबसे ज्यादा है.
रिपोर्ट में सामने आया ये ट्रेंड
रिपोर्ट बताती है कि उपभोग पर किए जाने वाले खर्च में सबसे अमीर 10 फीसदी परिवारों का हिस्सा कम हुआ है. दूसरी ओर उपभोग पर सबसे गरीब 50 फीसदी आबादी का खर्च बढ़ गया है. इससे पता चलता है कि अमीरी और गरीबी की खाई में कमी आई है, क्योंकि उपभोग पर पूरे देश में किए जा रहे कुल खर्च में नीचे की 50 फीसदी आबादी का हिस्सा बढ़ रहा है.
लंबे अंतराल के बाद आई रिपोर्ट
एनएसएसओ की कंजम्पशन रिपोर्ट इस बार काफी अंतराल के बाद आई है. इससे पहले आखिरी बार यह रिपोर्ट 2011-12 में आई थी. उसके बाद 2017-18 में भी रिपोर्ट का प्रकाशन होना था, लेकिन उसे टाल दिया गया था. बाद में कोरोना महामारी के चलते सर्वेक्षण का काम टलता रहा और उसके चलते रिपोर्ट को तैयार किए जाने में देरी होती चली गई.
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