RBI Governor: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एमपीसी की तीन से पांच अगस्त तक हुई बैठक के मिनट्स या ब्यौरा जारी किया है. इसमें साफ हुआ है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश में लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर सख्त रुख दिखाया था और इसे 'अस्वीकार्य और असंतोषजनक' बताया था. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के मिनट्स से ये भी साफ हुआ है कि एमपीसी के अन्य सदस्यों ने भी इसी तरह की राय जताई थी.


तीन एमपीसी बैठक में कुल 1.40 फीसदी दरें बढ़ी 
रिजर्व बैंक ने देश में महंगाई को नियंत्रण में लाने के लिये नीतिगत दर यानी रेपो में लगातार तीन मौद्रिक नीति समीक्षा में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी की है. बता दें कि महंगाई दर लगातार सात महीने से केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है. बढ़ती महंगाई से रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास भी परेशान हैं और वो आरबीआई की एमपीसी के बारे में बताते हुए इस चिंता तो गाहे-बगाहे जाहिर भी करते रहते हैं. 



क्या कहा आरबीआई गवर्नर ने
एमपीसी की बैठक के दौरान शक्तिकांत दास ने कहा था कि नीतिगत उपायों से मौद्रिक नीति की विश्वसनीयता मजबूत होगी और महंगाई की आशंका कम होंगी. उन्होंने कहा था कि देश में महंगाई लगातार उच्चस्तर पर बनी हुई है और आने वाले समय में इसे काबू में लाने के लिये उपयुक्त नीतिगत कदम की जरूरत है. 


भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को प्रकाशित एमपीसी की बैठक के मिनटों में कहा, "हालांकि मुद्रास्फीति अप्रैल 2022 के अपने हालिया शिखर के बाद से कम और स्थिर हो गई है, लेकिन यह अस्वीकार्य और असुविधाजनक रूप से उच्च बनी हुई है. जियो पॉलिटिकल टेंशन, अस्थिर ग्लोबल कमोडिटी कीमतों और वित्तीय बाजारों से आने वाले प्रतिकूल घटनाक्रम के कारण महत्वपूर्ण अनिश्चितताएं बनी हुई हैं.


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