Retail Inflation in July 2024: जुलाई में महंगाई से जनता को बड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही है. खुदरा या रिटेल महंगाई दर जुलाई में 5 सालों के निचले स्तर पर आ गई है और 3.54 फीसदी रही है. ये अगस्त 2019 के बाद सबसे निचले स्तर है. अगस्त 2019 में रिटेल महंगाई दर 3.28 फीसदी पर थी. सोमवार को रिटेल महंगाई दर (CPI Inflation) और औद्योगिक उत्पादन (IIP) का आंकड़ा आ गया है. इसमें जून 2024 में आईआईपी 4.2 फीसदी पर रही है.


खाद्य महंगाई दर में भारी गिरावट 


खुदरा महंगाई दर में गिरावट की बड़ी वजह खाद्य महंगाई दर में गिरावट है. जुलाई 2024 में खाद्य महंगाई दर घटकर 5.42 फीसदी पर रही है जो जून 2024 में 9.26 फीसदी रही थी. जुलाई 2023 में खाद्य महंगाई दर 7.4 फीसदी पर रही थी. सब्जियों और दालों की महंगाई दर में कमी के चलते खाद्य महंगाई घटी है. 


सब्जियों और दालों की महंगाई से राहत! 


सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर का जो आंकड़ा जारी किया है उसके मुताबिक जुलाई 2024 में जून महीने के मुकाबले सब्जियों और दालों की महंगाई में भारी कमी आई है. जुलाई में सब्जियों की महंगाई दर घटकर 6.83 फीसदी रही है जो जून में 29.32 फीसदी रही थी. दालों की महंगाई दर जुलाई में 14.77 फीसदी रही है जो जून में 14.77 फीसदी रही थी. अनाज और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 8.14 फीसदी रही है जो जून में 8.75 फीसदी रही थी. चीनी की महंगाई दर 5.22 फीसदी रही है जो जून में 5.83 फीसदी रही थी. अंडों की महंगाई दर में बढ़ी है और ये 6.76 फीसदी रही है जो इसके पहले महीने में 3.99 फीसदी रही थी. दूध और उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 2.99 फीसदी रही है. 


महंगी EMI से मिलेगी राहत!


खुदरा महंगाई दर घटकर आरबीआई के टोलरेंस बैंड 4 फीसदी के नीचे जा पहुंची है. भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने पॉलिसी रेट्स में बदलाव करने के लिए 4 फीसदी पर महंगाई दर के आने का लक्ष्य कय किया हुआ है. जुलाई महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.54 फीसदी पर आ गई है जो पिछले 5 सालों में सबसे कम है. ऐसे में ये माना जा रहा है कि अक्टूबर 2024 में जब भारतीय रिजर्व बैंक पॉलिसी रेट्स की समीक्षा करेगा तब महंगाई ईएमआई से राहत मिल सकती है. 8 अगस्त 2024 को आरबीआई ने पॉलिसी रेट्स की घोषणा करते हुए रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया था. 


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