High Inflation Europe: भारत समेत पूरी दुनिया में महंगाई (Inflation in World) ने आम लोगों की कमरतोड़ रखी है. कल यानी 31 अक्टूबर को यूरो जोन के महंगाई (Inflation in Europe) के आंकड़े जारी हो गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर में यूरोप के 19 देशों में महंगाई दर 10.7% तक पहुंच गया है. यूरोप में महंगाई का सबसे बड़ा कारण है डिमांड के मुकाबले सप्लाई में कमी. इसके साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध और के कारण पूरे यूरोप गैस और एनर्जी संकट देखने को मिल रहा है. इस कारण यूरोप के देशों में जबरदस्त महंगाई देखने को मिल रही है. वहीं भारत में सितंबर (Inflation in India)  के महीने में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक रिटेल महंगाई दर 7.40% दर्ज की गई थी. ध्यान देने यह है कि भारत में पिछले कई महीनों से लगातार महंगाई दर में इजाफा हो रहा है.


25 सालों में सबसे ज्यादा महंगाई
आपको बता दें कि सितंबर के महीने यूरोप में महंगाई दर 10% के करीब सानी 9.9% के आसपास थी. यूरोपियन यूनियन (European Union) के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में यह बढ़कर 10.7% तक पहुंच गई है. ध्यान देने वाली बात ये है कि यह महंगाई दर पिछले 25 सालों में सबसे अधिक है. इस कारण पूरी दुनिया में मंदी का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है.


यूरोप में गैस की कीमतों में जबरदस्त तेजी
यूरोप में अब ठंड का मौसम शुरू हो चुका है. ऐसे में इस मौसम में गौस की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के कारण डिमांड और सप्लाई में बहुत ज्यादा फर्क हो गया है. यूरोप के देश रूस की जगह अब अमेरिका और कतर जैसे देशों से गैस मंगवा कर अपनी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. ऐसे में कई देशों में गैस के दाम कई गुना तक बढ़ चुके हैं. इसके साथ ही लिक्विड गैस की कमी के कारण फर्टिलाइजर बनाने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण खेती को भी नुकसान पहुंच रहा है.


यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने बढ़ाया ब्याज दर
आपको बता दें कि हाल ही में यूरोपियन सेंट्रल बैंक (European Central Bank) ने अपने ब्याज दर में 0.75% की भारी बढ़ोतरी की है. यूरोपियन जोन (Eurozone) में करीब 19 देश आते हैं और यूरोपियन सेंट्रल बैंक इन सभी के लिए केंद्रीय बैंक (Central Bank) के रूप में काम करता है. यूरोप में इस समय महंगाई अपने कई दशकों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है. ऐसे में मंदी आने के खतरे के बावजूद यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने महंगाई पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला किया है. यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) की प्रमुख ब्याज दर अब बढ़कर 2.25 फीसदी हो गई है, जो अब तक 1.5% थी. यूरोप में बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों के कारण इस पूरे इलाके मंदी की संभावना कई गुना तक बढ़ गया है.


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