Infosys: आईटी कंपनियों के एंप्लाइज को अक्सर अपनी कंपनी से ना केवल बोनस और इंसेंटिव मिलते हैं बल्कि कई बार उनके योगदान के लिए उन्हें इक्विटी शेयर के रूप में भी प्रोत्साहन मिलता है. इसी तरह का एक कदम देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने लिया है और अपने पात्र एंप्लाइज को 5.11 लाख से अधिक इक्विटी शेयर अलॉट किए हैं. ये अलॉटमेंट इंफोसिस की दो एंप्लाई रिलेटेड स्कीम के अंतर्गत किए गए हैं और बीते हफ्ते 12 मई को ये अलॉटमेंट हुआ है.


इंफोसिस ने क्यों दिए एंप्लाइज को शेयर


इंफोसिस ने अपने एंप्लाइज को ये शेयर इसलिए दिए हैं कि वो कुछ एंप्लाइज को उनकी अच्छी परफॉर्मेंस के लिए रिवॉर्ड देना चाहती थी. इसके अलावा इंफोसिस ये भी चाहती है कि एंप्लाइज का कंपनी पर मालिकाना हक कुछ बढ़े. इंफोसिस ने 14 मई को एक्सचेंज की दी गई फाइलिंग में बताया कि कंपनी ये जानकारी दे रही है कि उसने 5,11,862 इक्विटी शेयर 12 मई 2023 को अपने कुछ एंप्लाईज को जारी किए हैं. इसे पात्र एंप्लाइज की रेस्ट्रिक्टिड स्टॉक यूनिट के प्रयोग के रूप में जारी किया गया है. 


कितने शेयर जारी किए हैं


पात्र एंप्लाइज को जितने शेयर अलॉट किए गए हैं उनमें से 1,04,335 इक्विटी शेयर्स को 2015 स्टॉक इंसेंटिव कॉम्पनसेशन प्लान के तहत जारी किया गया है. इसके अलावा 4,07,527 इक्विटी शेयर्स को इंफोसिस एक्सपेंडेड स्टॉक ओनरशिप प्रोग्राम 2029 के तहत जारी किया गया है.


क्या है इंफोसिस का मकसद


इंफोसिस का अपने एंप्लाइज को 2015 स्टॉक इंसेंटिव कॉम्पनसेशन प्लान के तहत इक्विटी शेयर जारी करने के पीछे मकसद ये है कि टैलेंटेड और महत्वपूर्ण एंप्लाइज को कंपनी में बरकरार रखा जाए. उन्हें ना सिर्फ अपनी ग्रोथ बल्कि कंपनी की ग्रोथ के अनुपात से भी जोड़ा जाए जिससे उनका प्रदर्शन बेहतर हो सके. इस इक्विटी शेयर अलॉटमेंट के जरिए ना सिर्फ एंप्लाइज की परफॉरमेंस को रिवॉर्ड किया जा रहा है बल्कि कंपनी की ग्रोथ का कुछ हिस्सा उन्हें ओनरशिप के रूप में दिया जा रहा है. इससे कंपनी के एंप्लाइज के रूप में उन्हें संस्थान की हितों की भी ज्यादा चिंता होगी और इसका अच्छा असर देखा जाएगा.


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