Salil Parekh: देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) पर काफी समय से आरोप लग रहे हैं कि उसने कई युवाओं को ऑफर लेटर देने के बाद भी ज्वॉइनिंग डेट नहीं दी है. इनमें 2022 बैच के भी हजारों इंजीनियर शामिल हैं. इस मसले पर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) ने कहा है कि हमारा ऑफर लेटर जिस किसी के पास भी है, उसे हम नौकरी देंगे. हम मानते हैं कि कुछ देरी हो चुकी है लेकिन, किसी को भी निराश नहीं किया जाएगा.
हम फ्रेशर्स को दिए गए ऑफर लेटर का सम्मान करेंगे
सलिल पारेख ने सोमवार को कहा कि हम फ्रेशर्स को दिए गए ऑफर का सम्मान करेंगे. तारीखों में कुछ बदलाव हुआ है लेकिन ज्वॉइनिंग सभी को मिलेगी. कंपनी ने 2022 बैच के लगभग 2,000 नए इंजीनियरिंग ग्रेजुएट की ज्वॉइनिंग अभी तक नहीं कराई है. यह लोग लगभग 2 साल से इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर युवाओं के पास हमारा ऑफर लेटर है तो वो कंपनी का हिस्सा बनेंगे. हम अपनी बात का मान रखेंगे. हम सभी को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे. जून, 2024 तक इंफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या करीब 3.15 लाख है.
आईटी कर्मचारियों की यूनियन ने की सरकार से शिकायत
कुछ दिनों पहले ही आईटी और आईटीईएस यूनियन नैसेंट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) ने 2022-23 भर्ती के दौरान सिस्टम इंजीनियर और डिजिटल स्पेशलिस्ट इंजीनियर के रोल में चुने गए लगभग 2,000 फ्रेशर्स की ज्वॉइनिंग में देरी के लिए इंफोसिस के खिलाफ श्रम और रोजगार मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई थी. निट्स का कहना है कि इन सभी को अप्रैल, 2022 में ऑफर लेटर जारी किए गए थे. इसके बाद से ही इंफोसिस ने चुप्पी साधी हुई है. ऐसे में इन हजारों युवाओं का भविष्य अंधकार में है.
लगभग 20 हजार फ्रेशर्स को इस साल नौकरी देगी इंफोसिस
इंफोसिस ने हाल ही में कहा था कि वह इस साल 15 से 20 हजार फ्रेशर्स को नौकरी देने वाली है. मगर, जून तिमाही में कंपनी की कर्मचारियों की संख्या लगभग 6 फीसदी कम होकर 3,15,332 हो गई है. एक साल पहले यही आंकड़ा 3,36,294 था. मार्च तिमाही के दौरान भी कंपनी के साथ 3,17,240 कर्मचारी थे, जो कि अब और कम हो गए हैं. दूसरी तरफ इंफोसिस को जून तिमाही में 6,368 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है.
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