Indegene IPO: इंफोसिस (Infosys) के को-फाउंडर एनएस राघवन और प्राइवेट इक्विटी फर्म Carlyle समर्थित Indegene लिमिटेड शेयर बाजार ( Stock Exchanges) में लिस्टिंग की तैयारी में है. कंपनी ने आईपीओ ( Intial Public Offering) लाने के लिए शेयर बाजार के रेग्युलेटर सेबी ( SEBI) के पास प्रारम्भिक ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है. Indegene आईपीओ के जरिए बाजार से 3200 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है.
2004 में टीसीएस ( Tata Consultancy Services) के आईपीओ के आने के बाद Indegene का आईपीओ टेक आईटी सर्विसेज सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. तब टीसीएस ने बाजार से 4713 करोड़ रुपये जुटाये थे. Indegene हेल्थकेयर टेक फर्म है जिसका फोकस ग्लोबल लाइफ साइंस इंडस्ट्री पर है.
सेबी के पास दाखिल किए गए ड्रॉफ्ट पेपर के मुताबिक आईपीओ में 950 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर्स होगा साथ ही मौजूदा निवेशकों द्वारा 3.63 करोड़ शेयर्स ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचा जाएगा. मौजूदा निवेशक जो अपनी हिस्सेदारी आईपीओ में बेचने वाले हैं उसमें Carlyle की कंपनी CA Dawn Investments भी शामिल है जिसके पास कंपनी की 20 फीसदी हिस्सेदारी या 460 लाख शेयर्स हैं. आईपीओ में कंपनी 172 लाख शेयर्स बेचने जा रही है.
आईपीओ के जरिए जुटाने जाने वाले रकम से कंपनी बकाये कर्ज का भुगतान करेगी. साथ ही कैपिटल एक्सपेंडिचर, पिछले अधिग्रहण के मद में भुगतान के साथ कंपनी के ग्रोथ पर खर्च करेगी.
बैंगलुरू बेस्ड Indegene ने वित्तीय परफॉर्मेंस के मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन किया है. ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 2019-20 में 90.84 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2020-21 में 130.54 मिलियन डॉलर और 2021-22 में 223.81 मिलियन डॉलर रहा है. 2020 में कंपनी ने अमेरिका बेस्ड कंपनी CultHealth का अधिग्रहण किया था. कोटक महिंद्रा बैंक, जेपी मॉर्गन और नोमुरा आईपीओ के इंवेस्टमेंट बैंक हैं.
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