Infosys: सलिल पारेख ने विप्रो-टीसीएस के सीईओ को छोड़ा पीछा, इंफोसिस से मिला भारी भरकम पैकेज
Salil Parekh: इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख आईटी सेक्टर के दूसरे सबसे ज्यादा कमाने वाले सीईओ बन गए हैं. उन्हें 66.25 करोड़ रुपये का पैकेज मिला है.
Salil Parekh: इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) की सैलरी इन दिनों चर्चाओं में है. इंफोसिस की तरफ से उन्हें 66.25 करोड़ रुपये का भारी भरकम पैकेज मिला है. इसके साथ ही वह आईटी सेक्टर के सबसे ज्यादा कमाने वाले सीईओ की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. उनसे ज्यादा पैकेज सिर्फ विप्रो के पूर्व सीईओ थियरी डेलपोर्ट (Thierry Delaporte) का था. उन्हें वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विप्रो की तरफ से करीब 166 करोड़ रुपये (2 करोड़ डॉलर) मिले थे. सलिल पारेख ने विप्रो के सीईओ श्रीनिवास पलिया (Srinivas Pallia) और टीसीएस के सीईओ एवं एमडी के कृतिवासन (K Krithivasan) को कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया है.
श्रीनिवास पलिया और के कृतिवासन से ज्यादा है सैलरी
कंपनी ने सालाना रिपोर्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इंफोसिस (Infosys) के एमडी एवं सीईओ सलिल पारेख की सैलरी लगभग 66.25 करोड़ रुपये है. थियरी डेलपोर्ट की जगह विप्रो (Wipro) के नए सीईओ बने श्रीनिवास पलिया को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए लगभग 50 करोड़ रुपये मिलेंगे. उधर, के कृतिवासन को 25.36 वित्त वर्ष 2023-24 के लिए टीसीएस (TCS) की तरफ से 25.36 करोड़ रुपये दिए गए हैं. कृतिवासन की सैलरी बड़ी आईटी कंपनियों के सीईओ में सबसे कम है.
7 करोड़ रुपये बेसिक पे और इतना ही मिला बोनस
सलिल पारेख को वित्त वर्ष 2024 के लिए 7 करोड़ रुपये बेसिक पे, 47 लाख रुपये रिटायर बेनिफिट, 7.47 करोड़ रुपये बोनस और 39.03 करोड़ रुपये रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट के तौर पर मिले हैं. शेयरधारकों को लिखे पत्र में सलिल पारेख ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 में हमने आगे बढ़ने के साथ-साथ लाभ बनाए रखा. हमने अपने क्लाइंट्स के साथ मिलकर काम करते हुए लगभग 17.7 अरब डॉलर की बड़ी डील हासिल कीं. पिछले 5 साल में हमने शेयरधारकों के साथ मुनाफा बांटा है.
कंपनी ने 11900 लोगों को कैंपस से दी नौकरी
इंफोसिस सीईओ के अनुसार, कंपनी ने लगभग 11900 लोगों को कैंपस से नौकरी दी. वित्त वर्ष 2024 के अंत तक कंपनी के पास लगभग 3,17,000 कर्मचारी हैं. हमारा एट्रिशन रेट घटकर 12.6 फीसदी हो चुका है. इसके अलावा हमने अपने 2.50 लाख कर्मचारियों को आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की ट्रेनिंग दी है. कंपनी के कुल वर्कफोर्स में लगभग 39 फीसदी महिलाएं हैं.
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