लॉकडाउन में आईटी कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया है. इन्फोसिस ने इस दौरान 7.33 अरब डॉलर के रिकार्ड सौदे किए हैं. कंपनी ने वित्त वर्ष के दौरान 4.5 से 5 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया है. जबकि विप्रो ने दिसंबर तिमाही में 20.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है. कंपनी ने कहा है कि आखिरी तिमाही के दौरान इसके ग्रोथ में 1.5 से 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. कोविड संक्रमण की वजह से दुनिया भर की कंपनियों की ओर से डिजिटलाइजेशन पर जोर देने से आईटी कंपनियों को शानदार ग्रोथ हासिल हो रही है.
बड़े सौदे मिलने और लागत पर काबू से बढ़ा मुनाफा
इन्फोसिस और विप्रो ने हाल में जारी अपने तिमाही नतीजों में बताया है कि उन्हें बड़े सौदे हासिल करने और अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल कर लागत को काबू करने की वजह से बेहतर ग्रोथ हासिल हुई है. विप्रो का ऑपरेटिंग मार्जिन 243 बेसिस प्वाइंट बढ़ कर 21.7 फीसदी पर पहुंच गया है. यह पिछली 22 तिमाहियों में सबसे ज्यादा है. कंपनी ने हाल में अपने शेयरों पर एक रुपया प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड भी घोषित किया है.
इन्फोसिस ने कहा, अगले वित्त वर्ष में होगी डबल डिजिट ग्रोथ
दिसंबर तिमाही में इन्फोसिस ने पिछले आठ साल का सबसे ज्यादा 5.3 फीसदी ग्रोथ हासिल किया. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 16.6 फीसदी बढ़ कर 5,197 करोड़ रुपये हो गया वहीं रेवेन्यू में 12.3 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई यह बढ़ कर 25,927 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. मार्जिन 3.5 फीसदी बढ़ कर 25.4 फीसदी हो गया . विप्रो के सीईओ सलिल पारिख ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के दौरान कंपनी दहाई अंक में ग्रोथ हासिल कर सकती है.
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