जीवन बीमा पॉलिसी कराते वक्त अगर ये गलतियां की, तो नहीं मिलेगा इंश्योरेंस का फायदा
पॉलिसी लेते वक्त आमतौर पर लोग सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि वह अपनी पुरानी बीमारी जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी आदि के बारे में कंपनी को जानकारी नहीं देते हैं.
कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से सभी लोग अपने भविष्य को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं. आजकल ज्यादातर लोग भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी की मदद ले रहे हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि छोटी से गलती आपके इंश्योरेंस पॉलिसी को रिजेक्ट करवा सकती है. जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा. पॉलिसी लेने से पहले ग्राहकों को कंपनी कई तरह के नियम और शर्तों के डॉक्यूमेंट देती है. इन नियम और शर्तों को सही से पढ़ना बहुत जरूरी है. वरना बाद में इंश्योरेंस क्लेम करते वक्त आपको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. अगर आप भी भविष्य में इंश्योरेंस पॉलिसी क्लेम करते वक्त किसी तरह की परेशानी में नहीं पड़ना चाहते हैं तो पॉलिसी लेते वक्त इन बातों का खास ख्याल रखें-
1. सभी जानकारी न देना
पॉलिसी लेते वक्त आमतौर पर लोग सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि वह अपनी पुरानी बीमारी जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी आदि बीमारियों के बारे में इंश्योरेंस कंपनी को जानकारी नहीं देते हैं. बाद इस बीमारी का पता कंपनी को बाद में चलता है तो ऐसी स्थिति में सूचना छुपाने पर कंपनी आपकी पॉलिसी क्लेम को बाद में रिजेक्ट कर सकती है.
2. सही समय पर पॉलिसी न क्लेम करना
हर पॉलिसी को क्लेम करने का एक निश्चित टाइम पीरियड होता है.कई बार लोग समय सीमा खत्म होने के बाद क्लेम फाइल करते हैं. जिसके बाद कंपनी पॉलिसीधारक का क्लेम रिजेक्ट कर सकती हैं. ऐसे में पॉलिसी लेते वक्त ही प्रोसेसिंग पीरियड की जानकारी जरूर दें.
3. सही समय पर प्रीमियम का भुगतान न करना
कई बार लोग पॉलिसी लेने के बाद सही समय पर प्रीमियम का भुगतान नहीं करते हैं. ज्यादातर कंपनियां प्रीमियम भुगतान की कुछ रियायत देती है लेकिन, वह रियायत की सीमा खत्म होने के बाद आपको उस पॉलिसी का क्लेम नहीं मिलेगा.
4. नॉमिनी को सही समय पर चुनाव करें
पॉलिसी खरीदते वक्त आप अपनी नॉमिनी का चुनाव जरूर कर लें. अगर आपकी शादी के बाद पॉलिसी में पत्नी, पति और बच्चों को नॉमिनी बनना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको इंश्योरेंस कंपनी को संपर्क करके आपको नॉमिनी अपडेट करा ले. वरना बाद में पॉलिसी क्लेम करने में परेशानी हो सकती है.
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