Insurance Policy: इंश्योरेंस पॉलिसी समय से पहले बंद करने पर होता है तगड़ा नुकसान! जानिए डिटेल्स
Policy Surrender Process: ज्यादातर लोग जीवन बीमा पॉलिसी को अपने जीवन के दैनिक खर्च के बाद ही रखते हैं. खराब आर्थिक हालात में लोग जीवन बीमा का प्रीमियम देना बंद कर देते हैं.
Insurance Policy Surrender: पिछले कुछ सालों में जीवन बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) खरीदने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के शुरू होने के बाद से ही लोगों की पॉलिसी खरीदने को लेकर जागरूकता बढ़ी है. पॉलिसी होल्डर की संख्या बढ़ने के साथ ही बहुत से ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है जिन्होनें पॉलिसी खरीदने के बाद ही बीच में ही पॉलिसी को सरेंडर कर दिया है. कई बार बीच में ही पॉलिसी खरीदने के बाद उसे सरेंडर (Policy Surrender Process) करने पर पॉलिसी होल्डर को बहुत बड़ा नुकसान होता है. अगर आप किसी पॉलिसी को खरीदने के कुछ साल के बाद उसे सरेंडर करना चाहते हैं तो हम आपको उसके नुकसान के बारे में जानकारी दे रहे हैं. आइए हम आपको इसके डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं-
पॉलिसी कैसे हो जाती है बंद?
कई बार लोग जीवन बीमा पॉलिसी (Life Insurance) खरीद लेते हैं, लेकिन दो तीन साल तक उसे चलाने के बाद उसके प्रीमियम को देना बंद कर देते हैं. ऐसे में कुछ दिन के बाद प्रीमियम न जमा करने के कारण पॉलिसी खुद ब खुद बंद हो जाती है. कई बार कुछ लोग ऐसे में होते हैं तो जो लंबे वक्त तक प्रीमियम का भुगतान करते हैं, लेकिन बाद में खराब आर्थिक हालात के कारण मैच्योरिटी से पहले पॉलिसी को सरेंडर कर देते हैं. ऐसा करने पर आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है.
किस कारण पॉलिसी करते हैं सरेंडर?
ज्यादातर लोग जीवन बीमा पॉलिसी को अपने जीवन के दैनिक खर्च के बाद ही रखते हैं. ऐसे में नौकरी छूट जाने की स्थिति में या खराब आर्थिक हालात में लोग जीवन बीमा का प्रीमियम देना बंद कर देते हैं. जब उनके इनकम बेहतर होता है और नौकरी दोबारा मिल जाती है तो वह पॉलिसी दोबारा से शुरू कर देते हैं. इसके साथ ही कुछ लोग पॉलिसी से अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाते हैं तो ऐसी स्थिति में वह पॉलिसी को सरेंडर कर देते हैं.
क्या है पॉलिसी सरेंडर करने के नुकसान (Insurance Policy Surrender Disadvantages)?
आपको बता दें कि अगर आप समय से पहले अपनी बीमा पॉलिसी को सरेंडर कर देते हैं तो ऐसे में आपको पॉलिसी से मिलने वाले फायदों में कमी आ जाती है. इसके साथ ही अगर आपने बहुत जल्दी पॉलिसी बंद कर दी तो आपको प्रीमियम का भी नुकसान उठाना पड़ता है. इसके साथ ही बीच में पॉलिसी बंद करने पर आपको मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि से बहुत पैसे मिलते हैं. इस राशि को सरेंडर वैल्यू मिलता है.
पॉलिसी सरेंडर के लिए चाहिए यह चीजें-
1. पॉलिसी सरेंडर रिक्वेस्ट फॉर्म (Policy Surrender Request Form)
2. पॉलिसी बॉन्ड (Policy Bond)
3. कैंसिल चेक (Cancelled Cheque)
4. केवाईसी डॉक्यूमेंट्स
5. आधार कार्ड (Aadhaar Card)
6. पैन कार्ड (PAN Card)
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