Intel Shares: दुनिया की दिग्गज चिप मेकिंग कंपनियों में शामिल इंटेल (Intel) के लिए 2 अगस्त का दिन ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ. कंपनी के शेयरों ने शुक्रवार को लगभग 28 फीसदी का गोता लगाया और यह कंपनी के इतिहास में 50 साल की सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई. एक ही दिन में कंपनी को लगभग 35 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. कंपनी का शेयर 7.57 डॉलर लुढ़ककर 21.48 डॉलर पर बंद हुआ. इंटेल ने गुरुवार को छंटनी (Intel Layoffs) का ऐलान किया था. कंपनी 15 फीसदी कर्मचारियों को काम से निकालने वाली है. इस फैसले का असर लगभग 17,500 कर्मचारियों पर पड़ेगा. इंटेल को मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में जबरदस्त घाटा हुआ है. 


कई चिप निर्माता कंपनियों के डूब गए शेयर 


इंटेल के अलावा शुक्रवार को अन्य चिप कंपनियों माइक्रोन टेक्नोलॉजी (Micron Technology), ग्लोबल फाउंड्रीज (GlobalFoundries) और टीएसएमसी (TSMC) के अमेरिका में लिस्टेड शेयरों में 2.8 फीसदी से 6.7 फीसदी के बीच गिरावट आई है. मगर, इंटेल के लिए यह साल 1974 के बाद सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई. कंपनी ने छंटनी के साथ ही डिविडेंड को भी सस्पेंड करने का ऐलान किया है. फिलहाल इंटेल ताइवान की टीएसएमसी समेत अन्य चिप निर्माता कंपनियों से मुकाबले में पिछड़ती दिखाई दे रही है. 


आईफोन की लॉन्चिंग के बाद से ही नीचे जा रही कंपनी 


विशेषज्ञों ने इसे इंटेल के लिए अस्तित्व का संकट करार दिया है. उनका कहना है कि लड़ाई जारी रखने के लिए इंटेल को किसी न किसी तरीके से जिंदा रहना होगा. वॉल स्ट्रीट पर पर एनवीडिया (Nvidia) भी 2 फीसदी नीचे गया है. सांता क्लारा स्थित इंटेल एक समय दुनिया की सबसे बड़ी चिप निर्माता कंपनी थी. इसका ‘इंटेल इनसाइड लोगो' पर्सनल कंप्यूटर के दौर में भरोसे का प्रतीक था. साल 2000 में इसकी मार्केट वैल्यू 500 अरब डॉलर पहुंच गई थी. मगर, साल 2007 में एप्पल के आईफोन और अन्य मोबाइल डिवाइस के लॉन्च के बाद यह पिछड़ती चली गई. 


90 अरब डॉलर तक गिर सकती है इंटेल की मार्केट वैल्यू


आशंका जताई जा रही है कि इंटेल की मार्केट वैल्यू लगभग 90 अरब डॉलर तक नीचे जा सकती है. एआई के दौर में यह एनवीडिया से टक्कर ले ही नहीं पा रही है. हालांकि, इंटेल ने मैन्युफैक्चरिंग पर 100 अरब डॉलर खर्च करने की योजना बनाई है. कंपनी ने निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि वह सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इंटेल को इस योजना पर अमल करने में कई साल लग सकते हैं.


ये भी पढ़ें 


High Speed Road Corridor: 50 हजार करोड़ रुपये के 8 नेशनल हाई स्पीड रोड कॉरिडोर को मंजूरी, जानिए कहां-कहां बनेंगे