(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
SBI Interest Rate: आज से और मंहगे हुए सबसे बड़े बैंक के कर्ज, ऐसे ग्राहकों को होगा नुकसान
Interest Rate Hike: अगले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक होने वाली है. ऐसा माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक रेपो रेट को फिर से बढ़ा सकता है.
SBI Rate Hike: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (State Bank Of India) ने आज से अपनी ब्याज दरें बढ़ा (Interest Rate Hike) दी है. बैंक ने इस बार बेस रेट (SBI Base Rate Hike) और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट को बढ़ाया (SBI BPLR Hike) है. इन दोनों दरों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तिमाही के आधार पर संशोधन करता है.
बीपीएलआर में इतनी वृद्धि
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दोनों नई दरें आज यानी बुधवार से प्रभावी हो गई हैं. बैंक ने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (Benchmark Prime Lending Rate) को 70 बेसिस प्वॉइंट यानी 0.70 फीसदी बढ़ाया है. अब इसकी नई दर बढ़कर 14.85 फीसदी हो गई है. इससे पहले बीपीएलआर (BPLR) को दिसंबर 2022 में बदला गया था और तब से अभी तक यह दर 14.15 फीसदी थी. इस दर के बढ़ने के बाद बीपीएलआर से जुड़े कर्ज की किस्तें भी बढ़ जाएंगी.
बेस रेट में हुई बढ़ोतरी
बैंक ने बीपीएलआर के साथ-साथ बेस रेट (Base Rate) को भी बढ़ाया है. इसका मतलब हुआ कि जिन ग्राहकों ने बेस रेट पर एसबीआई से कर्ज लिया है, अब उनकी भी ईएमआई (EMI) बढ़ने वाली है.
अब इन दरों पर मिलते हैं कर्ज
बीपीएलआर और बेस रेट बैंकों के पुराने बेंचमार्क्स हैं, जिनके आधार पर लोन दिए जाते थे. अब ज्यादातर बैंक एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग (External Benchmark Based Lending Rate) रेट यानी ईबीएलआर (EBLR) अथवा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (Repo Linked Lending Rate) यानी आरएलएलआर (RLLR) के आधार पर कर्ज देते हैं.
अगले महीने एमपीसी की बैठक
एसबीआई ने दोनों पुरानी बेंचमार्क दरों को ऐसे समय बढ़ाया है, जब अगले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक (RBI MPC Meeting) होने वाली है. ऐसा माना जा रहा है कि 6 अप्रैल से शुरू हो रही एमपीसी की बैठक में रिजर्व बैंक रेपो रेट को फिर से 25 बेसिस प्वाइंट यानी 0.25 फीसदी बढ़ा सकता है. दरअसल इस साल की शुरुआत से महंगाई फिर सिर उठाने लगी है. इसी कारण दरों में बढ़ोतरी जारी रहने के अनुमान मजबूत हो गए हैं.
महंगे हुए सभी बैंकों के कर्ज
अनियंत्रित महंगाई के चलते रिजर्व बैक ने पिछले साल मई से रेपो रेट को बढ़ाने (RBI Repo Rate Hike) की शुरुआत की थी. उसके बाद से अब तक कई चरणों में रेपो रेट को बढ़ाया जा चुका है. इस कारण लगभग सारे बैंक अपनी-अपनी ब्याज दरों को बढ़ा चुके हैं. इसके चलते लोग अब ज्यादा ईएमआई भर रहे हैं.
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