नई दिल्लीः जैसा कि आप जानते हैं कि कल ही सरकार ने आपके पीएफ पर ब्याज दर को घटा दिया है. पीएफ पर ब्याज दर को घटाकर 8.65 फीसदी से घटाकर 8.55 फीसदी कर दिया गया है. अब से सैलरीड क्लास को उसके पीएफ की जितनी राशि उसकी सैलरी से कटती है उस पर कम ब्याज मिलेगा. पीएफ पर ब्याज दर 0.10 फीसदी घटाकर 8.55 फीसदी कर दिया गया है.
पीएफ के तौर पर आपकी सैलरी से कटने वाला हिस्सा
कंपनियों में नौकरी करने वाले कर्मचारियों की सैलरी से 12 फीसदी हिस्सा पीएफ के तौर पर कटता है. इतना ही हिस्सा कंपनी के खाते से भी जमा होता है. ईपीएफओ के तहत जो कंपनियां आती हैं उनके लिए कर्मचारियों की सैलरी से पीएफ काटना जरूरी होता है.
ब्याज घटने से कितनी घटेगा आपकी जेब में आने वाला पैसा
इसे इस तरह से देखा जा सकता है कि किसी कंपनी के कर्मचारी की सैलरी से कुल मिलाकर हर महीने 5000 रुपए पीएफ के तौर पर कटते हैं तो पहले 8.65 फीसदी ब्याज दर पर के हिसाब से उस पर 432.5 रुपये का ब्याज मिलता था, वहीं अब पीएफ की ब्याज दर घटने के बाद उसे 427.5 रुपये का ब्याज ही मिल पाएगा. हालांकि ये राशि देखने में छोटी लग सकती है लेकिन लगातार 30-32 साल तक इसको जोड़कर देखा जाए तो ये अच्छी खासी रकम बैठ सकती है.
कर्मचारियों के ध्यान रखने वाली बात
एक और ध्यान में रखने वाली बात ये है कि कर्मचारी की सैलरी से कटा पूरा 12 फीसदी उसी के खाते में जाता है. वहीं कंपनी के खाते से कटे 12 फीसदी हिस्से में से 3.67 फीसदी हिस्सा प्रोविडेंट फंड में और 8.33 फीसदी एम्प्लॉई पेंशन स्कीम में जमा होता है. कुल मिलाकर ये 12 फीसदी होता है. इस तरीके से कुल 24 फीसदी हिस्सा आपके पीएफ में जमा होता है.