अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पड़ोसी देश चीन की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है. आईएमएफ को अब लग रहा है कि इस साल चीन की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार 5 फीसदी रह सकती है. इससे पहले आईएमएफ को ग्रोथ रेट 4.6 फीसदी रहने का अनुमान था.


अप्रैल के बाद अब आया आईएमएफ का अपडेट


इंटरनेशनल मनीटरी फंड (आईएमएफ) ने मंगलवार को वैश्विक आर्थिक परिदृश्य का अपना नया अपडेट जारी किया. नए अपडेट में आईएमएफ ने भारत और चीन समेत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया. आईएमएफ ने इस अपडेट में भले ही चीन की आगे बढ़ने की दर को लेकर अपना अनुमान बढ़ा दिया है, लेकिन अभी भी पड़ोसी देश की संभावनाएं भारत की तुलना में कमतर हैं.


चीन से 2 फीसदी ज्यादा भारत का अनुमान


आईएमएफ ने अप्रैल में जारी अपडेट में कहा था कि 2024 में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 4.6 फीसदी रह सकती है. उसे आईएमएफ ने अब बढ़ाकर 5 फीसदी कर दिया है. भारत के मामले में देखें तो आईएमएफ को 7 फीसदी की दर से ग्रोथ का अनुमान है. आईएमएफ ने अप्रैल के अपडेट में कहा था कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 6.8 फीसदी रह सकती है. अब उसने अनुमान को बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है. यानी ताजे बदलाव के बाद भी भारत की तुलना में चीन की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान दो फीसदी पीछे है.


इस कारण बढ़ाया चीन का अनुमान


अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपडेट में ये भी बताया है कि उसने चीन की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को क्यों बढ़ाया है. दरअसल आईएमएफ को लगता है कि पहली तिमाही के दौरान निजी क्षेत्र का उपभोग बेहतर हुआ है और निर्यात के आंकड़े मजबूत रहे हैं. इससे चीन की अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है.


भारत और चीन ग्लोबल ग्रोथ के इंजन


वहीं पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को लेकर आईएमएफ ने कहा कि एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाएं खास तौर पर भारत और चीन ग्लोबल ग्रोथ की अगुवाई कर रहे हैं. आईएमएफ ने इस अपडेट में फिर से दोहराया कि भारत और चीन वैश्विक अर्थव्यवस्था की तरक्की के इंजन बने हुए हैं. इस साल के लिए आईएमएफ ने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को 3.2 फीसदी की दर पर बरकरार रखा है.


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