International Passenger Flights: हाल ही में केंद्र सरकार ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स ( International Flights ) की सेवा शुरू करने के फैसले को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद वापस ले लिया. इस बीच नागरिक उड्ड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स सर्विस को शुरू करने का फैसला कोरोना वायरस ( Covid19 Pandemic)के नए वैरिएंट के रूख पर निर्भर करेगा.
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कब इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू होंगे!
उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में है. इस बारे में फैसला एक बार Omicron वैरिएंट के खत्म होने के बाद लिया जाएगा. गौरतलब है पहले सरकार ने 15 दिसंबर 2021 से इंटरनेशनल पैसेंजर फ्लाइट्स ( International Passenger Flights ) को शुरू करने का फैसला लिया था. लेकिन दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों में ओमीक्रॉन वैरिएंट के सामने आने के बाद उस फैसले को होल्ड पर डाल दिया गया. हालांकि 32 देशों के साथ बबल एग्रीमेंट के तहत चलाये जा रहे इंटरनेशनल फ्लाइटस सर्विस जारी है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुताबिक कोविड महामारी आने के पहले एयरलाइंस में 4,20,000 यात्री सवारी कर रहे थे. अभी उड़ान भर रहे यात्रियों की संख्या उसके करीब है. मौजूदा समय में हर रोज 3.7 से 3.9 लाख हवाई यात्री फ्लाइट्स में उड़ान भर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एयरलाइंस के ऑपरेशन की 45 लागत हवाई ईंधन पर खर्च होता है इसलिये वे राज्यों से बात कर एटीएफ ( Air Turbine Fuel) पर टैक्स घटाने के लिये राज्यों से लगातार बात कर रहे हैं.
एयर बबल अग्रीमेंट फ्लाइट सेवा
हालांकि सरकार ने कुछ चुनिंदा देशों के साथ एयर बबल अग्रीमेंट ( Air Bubble Agreement) कर इंटरनेशनल फ्लाइट सेवा ( International Flights Service) शुरु की है. फिलहाल 32 ऐसे देश हैं जिनके साथ बबल अग्रीमेंट के तहत इंटरनेशनल पैसेंजर फ्लाइट्स को ऑपरेट किया जा रहा है. 32 वां देश इसमें सिंगापुर है जिसके साथ 29 नवंबर से अंतरराष्ट्रीय फ्लाइस सेवा फिर से शुरू किया गया है.