FD vs RD vs PPF: सेविंग्स की अहमियत हमेशा से रही है. वैसे तो आजकल मार्केट में निवेश के ऑप्शन्स की कमी नहीं हैं लेकिन, किसी भी निवेश ऑप्शन में पैसे लगाने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह जानना जरूरी है. देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने पिछले कुछ महीनों में रेपो रेट में लगातार इजाफा किया है. इससे बचत योजनाओं में भी ब्याज दरों में इजाफा हुआ है.
इसके चलने देश के कई बैंकों ने अपनी डिपॉजिट स्कीम्स जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (Fixed Deposit Scheme), रिकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit Scheme) आदि पर ब्याज दरों को आकर्षक बनाया है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि निवेशकों को पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund), एफडी (FD) या आरडी (RD) या और किस स्कीम में निवेश करना चाहिए. आपको हम पीपीएफ, स्टेट बैंक के एफडी और आरडी पर मिलने वाले ब्याज दरों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
एसबीआई एफडी स्कीम (SBI FD Scheme)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने एफडी रेट्स 13 अगस्त 2022 को बढ़ाए थे. बैंक 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर सामान्य नागरिकों को 2.90% से लेकर 5.65% तक ब्याज दर ऑफर कर रहा है. यह ब्याज दर 7 दिन की एफडी से लेकर 10 साल तक की एफडी (FD) पर लागू होती है. वहीं सीनियर सिटीजन को 3.40% से लेकर 6.15% तक ब्याज दर 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर मिलता है. ध्यान रखने वाली बात ये है कि एफडी स्कीम में निवेश मार्केट रिस्क से दूर रहता है. एफडी की अवधि को आप अपनी जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं.
एसबीआई आरडी स्कीम (SBI RD Scheme)
रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम भी निवेश का एक शानदार ऑप्शन है. स्टेट बैंक अपने ग्राहकों को 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि का आरडी खाता खोलने की परमिशन देता है. अगर आप स्टेट बैंक की आरडी स्कीम में 3 से 5 साल तक के लिए निवेश करते हैं तो सामान्य नागरिकों को 5.45% ब्याज दर ऑफर किया जाता है. वहीं सीनियर सिटीजन को 0.50% अधिक ब्याज दर ऑफर किया जाता है. ऐसे में इस अवधि में 5.95% बैंक द्वारा सीनियर सिटीजन को मिलता है. वहीं 5 से 10 साल तक की आरडी स्कीम में सामान्य लोगों को 5.50% और वरिष्ठ नागरिकों को 6.30% ब्याज दर ऑफर किया जा रहा है.
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ (PPF) सरकार द्वारा चलाई जाने वाली फेमस स्कीम है. इस स्कीम में निवेश करके आप 15 साल में मोटा फंड प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम का 15 साल का लॉक इन पीरियड है. इसमें निवेश करने पर आपको 7.1% का ब्याज दर कंपाउंडिंग के आधार पर मिलता है. इसमें स्कीम में आप एक वित्त वर्ष में 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख तक का निवेश कर सकते हैं. इसमें निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी (80C) के तहत छूट मिलती है.
ये भी पढ़ें-