PPF - Sukanya Samriddhi Yojana: पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना के निवेशक ब्याज दर नहीं बढ़ाये जानें से हैं निराश!
PPF Calculator: 2015-16 में पीपीएफ पर 8.7 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 9.2 फीसदी ब्याज मिल रहा था.
PPF And Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार बीते चार महीनों में दो बार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें में बढ़ोतरी कर चुकी है. लेकिन पीपीएफ यानि पब्लिक प्रवॉडेंट फंड (PPF) और अपनी बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना ( Sukanya Samriddhi Yojana) में निवेश करने वाले इन दिनों बेहद निराश और मायूस है. क्योंकि सरकार ने एक बार फिर पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना के ब्याज दरों को नहीं बढ़ाया है.
नहीं बढ़ी पीपीएफ - सुकन्या योजना पर ब्याज दरें
आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने और बॉन्ड यील्ड बढ़ने के बाद सरकार ने पहले 29 सितंबर 2022 को और उसके बाद 30 दिसंबर 2022 को छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. सितंबर में 0.30 फीसदी तक तो 30 दिसंबर को 0.20 से 1.10 फीसदी तक इन बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है लेकिन सरकार ने पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया. मौजूदा समय में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojna) पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलता है.
पीपीएफ-सुकन्या समृद्धि के ब्याज दरों में हुई भारी कटौती
मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है. लेकिन 2015-16 में पीपीएफ पर 8.7 फीसदी ब्याज मिला करता था. लेकिन इसके बाद लगातार पीपीएफ के ब्याज दरों में कटौती होती रही है. सुकन्या समृद्धि योजना को 2015 में लॉन्च किया गया था तब शुरुआत में इसपर 9.10 फीसदी ब्याज मिला करता था. 2015-26 में ब्याज दर 9.20 फीसदी तक गया था. लेकिन उसके बाद से लगातार ब्याज में कटौती होती रही है और अब 7.60 फीसदी ब्याज मिल रहा है. दरअसल जब ब्याज दरों के घटने का सिलसिला शुरू तब सरकार ने पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना के ब्याज दरों में कमी कर दी है.
पीपीएफ सुकन्या योजना पर क्यों नहीं बढ़ी ब्याज दरें
दरअसल मौजूदा समय में छोड़ दें तो पहले से ही पीपीएफ पर 7.1 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है. जो सभी बचत योजनाओं में सबसे ज्यादा है. केवल सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम ( Senior Citizen Saving Schemes) पर ही 8 फीसदी ब्याज मिल रहा है. किसान विकास पत्र पर केवल 7.2 फीसदी तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7 फीसदी ही ब्याज मिल रहा है. दरअसल ये माना जा रहा है कि जैसे ही महंगाई दर में कटौती का सिलसिला शुरू होगा जैसा कि आरबीआई की कोशिश है ब्याज दरें फिर से कम होने लगेगी. तो लंबी अवधि में ब्याज दरें कम होने की उम्मीद जताई जा रही है. इसलिए केंद्र सरकार ने पीपीएफ और सुकन्या समद्धि योजना पर ब्याज दरें नहीं बढ़ाई है.
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