US Stocks Investment: क्यों निवेशकों को लगाना चाहिए अमेरिकी स्टॉक्स में पैसा, Emkay Wealth ने दी ये दलील
Emkay Wealth Management: एमके के मुताबिक निवेशकों को अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश करने पर गंभीरता से विचार करते हुए पोर्टफोलियो में इक्विटी के 30 फीसदी रकम से अमेरिकी स्टॉक्स खरीदना चाहिए.
US Stocks Investment: भारतीय निवेशकों (Indian Investors) को पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन (Portfolio Diversification) के तहत अमेरिकी मार्केट (US Markets) में निवेश करने पर विचार करना चाहिए. ये कहना है कि एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज (Emkay Global Financial Services ) के वेल्थ मैनेजमेंट और एडवाइजरी फर्म एमके वेल्थ मैनेजमेंट (Emkay Wealth Management) का. नोट के मुताबिक निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो अलोकेशन को 50:50 के रेश्यो में इक्विटी और डेट में निवेश करना चाहिए और इक्विटी के लिए आवंटित रकम में से 30 फीसदी अमेरिकी स्टॉक्स में निवेश करना चाहिए. एमके वेल्थ मैनेजमेंट के मुताबिक अमेरिकी शेयर बाजार बेहतर टेक्नोलॉजी एक्सपोजर प्रदान कर रहा है जो कि भारत में उपलब्ध नहीं है.
महंगा है भारतीय बाजार!
एमके वेल्थ मैनेजमेंट ने अपने अनुमान में कहा, निफ्टी ईपीएस ग्रोथ में स्लोडाउन संभव है और ये वित्त वर्ष 2024-25 में 7.9 फीसदी रहने का अनुमान है. रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय बाजारों का वैल्यूएशन महंगा हो चुका है और बाजार में कंसॉलिडेशन या गिरावट संभव है. एमके वेल्थ मैनेजमेंट के मुताबिक कंपनियों की कमाई बढ़ने के बाद मार्केट्स में तेजी संभव है. हालांकि बाजार में मौजूदा समय में ऐसे कई स्टॉक्स हैं जो निवेश का अवसर प्रदान कर रहे हैं ऐसे में पीएमएस, एआईएफ और एक्टिव फंड मैनेजर्स बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.
मिडकैप शेयरों का शानदार प्रदर्शन
एमके वेल्थ मैनेजमेंट के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो इस वर्ष 1.4 या 140 फीसदी हो चुका है जो कि 15 सालों के हाई पर है. इससे पता लगता है कि भारतीय बाजार कितना महंगा हो चुका है. हालांकि घरेलू निवेशक लगातार भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ा रहे हैं. लंबी अवधि में मिडकैप शेयरों का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा है.
अमेरिकी स्टॉक्स में लगाएं पैसा!
एमके वेल्थ मैनेजमेंट के मुताबिक भारतीय निवेशकों को अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश कर पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना चाहिए. पोर्टफोलियो अलोकेशन में 50 फीसदी इक्विटी और 50 फीसदी डेट में निवेश करना चाहिए. और इक्विटी के लिए आवंटित रकम में से 30 फीसदी अमेरिकी स्टॉक्स में निवेश करना चाहिए जो कि कुल निवेश का 15 फीसदी बनता है क्योंकि अमेरिकी बाजार में टेक्नोलॉजी एक्सपोजर भारत से बेहतर है. एमके वेल्थ मैनेजमेंट ने मौजूदा ब्याज दरों को देखते हुए और अगले कुछ तिमाही में कटौती के मद्देनजर डेट में निवेश को बड़ा अवसर बताया है. लेकिन 3 सालों में इक्विटी डेट से बेहतर रिटर्न देगा.
नए वर्ष में आरबीआई सस्ता करेगा कर्ज
एमके वेल्थ मैनेजमेंट के मुताबिक अमेरिकी और दूसरे पश्चिमी देशों के सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू कर दिया है. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद लंबे समय तक कम ब्याज दरों वाला दौर रहने का अनुमान है. ब्याज दरों में कमी से अमेरिकी और एडवांस इकोनॉमी से पैसा निकलकर इमर्जिंग देशों में आएगा. आरबीआई 2025 की पहली तिमाही से ब्याज दरें कम कर सकता है और 25-50 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दरें कम हो सकती है जिसका फायदा हाउसिंग सेक्टर को होगा.
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