Market Capitalisation: भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता चार ट्रेडिंग सत्र बेहद शानदार रहा है. पिछले चार ट्रेडिंग सेशन में बीएसई सेंसेक्स में 2076 अंकों की तेजी आ चुकी है. 28 मार्च 2023 को सेंसेक्स 57613 पर बंद हुआ था. लेकिन उसके बाद चार ट्रेडिंग सत्र में सेशन 59,689 के लेवल पर जा पहुंचा है.  और 60,000 के आंकड़े को छूने के कगार पर है. 28 मार्च को निफ्टी 16,951 पर किलोज हुआ था और 5 अप्रैल को 17,557 अंकों पर क्लोज हुआ है. यानि चार सेशन में निफ्टी में भी 606 अंकों की तेजी आ चुकी है. वहीं इस तेजी के चलते निवेशकों की संपत्ति में 10 लाख करोड़ रुपये के करीब उछाल देखने को मिला है. 


9.45 लाख करोड़ बढ़ी निवेशकों की संपत्ति 


28 मार्च 2023 को बीएसई सेंसेक्स पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाईजेशन 251.86 लाख करोड़ रुपये के करीब था जो 5 अप्रैल को बढ़कर 261.31 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. यानि केवल चार सत्र में शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में 9.45 लाख करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है.  


क्यों आई बाजार में तेजी


1. गुरुवार को आरबीआई मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करने वाला है. और माना जा रहा है कि इस बैठक में एक चौथाई फीसदी रेपो रेट बढ़ाई जा सकती है. लेकिन बाजार इस बात से राहत महसूस कर रही है कि ये आखिरी बढ़ोतरी आरबीआई की ओर से की जाएगी. 


2. भारतीय बाजार में विदेशी निवेशक फिर से खरीदारी करते नजर आ रहे हैं. मार्च 2023 में विदेशी निवेशकों ने शुद्ध रूप से 7900 करोड़ रुपये की खरीदारी की है. तो प्रॉविजन डाटा के मुताबिक 3 अप्रैल को 322 करोड़ रुपये की खरीदारी इन निवेशकों ने की है. 


3. 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजे आने शुरू हो जायेंगे. आईटी दिग्गज कंपनियां अपने तिमाही नतीजे घोषित करेंगी. और बाजार की चाल काफी हद तक इन कंपनियों के तिमाही नतीजे और गाइडेंस पर निर्भर करेगा.  


4. मार्च महीने में बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. निचले लेवल से निवेशकों को बाजार का वैल्यूएशन आकर्षक नजर आ रहा है. ऐसे में संस्थागत से लेकर रिटेल निवेशक भी निवेश कर रहे हैं जिससे बाजार में रौनक लौटी है. 


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