iPhone on EMI: भारत में आईफोन रखने वाले लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. इसका असर एप्पल के भारत के मार्केट रेवेन्यू पर भी दिख रहा है. वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की कमाई भारत में 45 फीसदी तक बढ़कर 4 बिलियन डॉलर यानी 33,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने जानकारी दी थी कि वित्त वर्ष 2022 की आखिरी तिमाही में भारत में सबसे ज्यादा आईफोन की सेल्स दर्ज की गई है. इसके साथ ही कंपनी ने डबल डिजिट में आईफोन की सेल्स की जानकारी भी साझा की थी.
भारत में क्यों बढ़ रही आईफोन की सेल
साल 2021 में भारत में 48 लाख आईफोन की बिक्री हुई है, जो कि साल 2020 के मुकाबले 75 फीसदी तक ज्यादा रहा है. साल 2022 में देशभर में 70 लाख से अधिक आईफोन बिके हैं. ऐसे में साल दर आईफोन खरीदने वालों की संख्या में दोगुने का इजाफा हो रहा है. साल 2018 तक देशभर में आईफोन खरीदने वालों की संख्या केवल 20 लाख थी. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि देश में आईफोन की सेल में अचानक वृद्धि के पीछे मुख्य कारण क्या है.
सिर्फ 3,746 रुपये की ईएमआई पर मिल रहा आईफोन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में बिकने वाले हर 10 में से 7 आईफोन ईएमआई पर खरीदे जाते हैं. भारत में आईफोन 14 की कीमत 79,900 रुपये है. हालांकि, एप्पल स्टोर से आप ईएमआई पर इसे केवल 9,404 रुपये में ले सकते हैं. इसके अलावा देश में बड़ी संख्या में लोग अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म से भी ईएमआई पर आईफोन ले रहे हैं. अमेजन ग्राहकों को केवल 3,746 रुपये की शुरुआती दर से आईफोन 15 की बिक्री कर रहा है.
EMI के जरिए मीडिल क्लास तक पहुंचा एप्पल
एप्पल ने पिछले कुछ सालों में भारत में अपने मार्केट विस्तार के लिए अपने स्ट्रेटजी में बड़े बदलाव किए हैं. कंपनी लोगों को ईएमआई पर एप्पल आईफोन और मैकबुक आदि की बिक्री कर रही है. ऐसे में उच्च आय वर्ग के अलावा छात्रों तक एप्पल की पहुंच हो गई है. आजकल छात्र भी केवल अपने पॉकेट मनी से एप्पल की खरीदारी कर सकते हैं. आईफोन एक प्रीमियम ब्रांड होते हुए भी ईएमआई के विकल्प के कारण अब मीडिल क्लास के हाथों तक पहुंच गया है.
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